केंद्र व्यवस्थापक तय करेंगे कक्ष निरीक्षक, संख्या भेजेगा बोर्ड
जागरण संवाददाता, औरैया: बोर्ड परीक्षा के दौरान लगाए जाने वाले कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी तय क
जागरण संवाददाता, औरैया: बोर्ड परीक्षा के दौरान लगाए जाने वाले कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी तय करने की जिम्मेदारी इस बार केंद्र व्यवस्थापकों को दी गई है। परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की होने वाली समस्या की जवाबदेही अब उन्हीं की होगी। अभी तक स्कूल व कॉलेजों में वह लोग शिक्षकों की सूची डीआइओएस को भेजते थे। जहां से डाटा ऑनलाइन कर बोर्ड भेजा जाता था। बोर्ड द्वारा ही शिक्षक की ड्यूटी तय होती थी। कोई भी विवाद या गड़बड़ी होने पर केंद्र व्यवस्थापक आसानी से बच जाते थे।
इस वर्ष यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी कॉलेज प्रशासन को तय करनी होगी। परीक्षा में ड्यूटी के लिए तैनात किए जाने वाले शिक्षकों की संख्या का निर्धारण बोर्ड करेगा। शिक्षा विभाग के जानकारों की मानें तो ऐसा इस लिए किया गया है कि अब इसमें ड्यूटी सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी पूरी तरह केंद्र की होगी। पिछले वर्ष परीक्षा कार्यालय तय करता था कि किस शिक्षक की ड्यूटी कहां लगाई जाएगी। इस व्यवस्था में वित्तविहीन विद्यालयों द्वारा जमकर मनमानी की जाती थी। शिक्षक परीक्षा केंद्र पर ड्यूटी के नाम पर रिलीव तो हो जाते हैं लेकिन ड्यूटी नहीं करते। कई वित्तविहीन विद्यालय शिक्षकों को अध्यापन कार्य के लिए रोक लेते थे। ऐसी स्थिति से निपटने को अब बार्ड परीक्षा में शिक्षकों की ड्यूटी लगाने का कार्य स्वयं कॉलेज करेगा। शिक्षक किस परीक्षा केंद्र में ड्यूटी करेंगे, कौन-कौन से शिक्षक ड्यूटी करेंगे इसे कॉलेज को स्वयं तय करना होगा। इससे शिक्षकों को ड्यूटी पर भेजने की जिम्मेदारी कालेज की ही होगी। इनसेट
जिले में 49,559 परीक्षार्थी आगामी फरवरी को होने वाली बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। विभाग की मानें तो पिछले वर्ष 129 परीक्षा केंद्र की तुलना में इस बार 70 से 80 के बीच परीक्षा केंद्र बन सकते हैं। परीक्षा केंद्रों को लेकर विभाग के अधिकारी क्षेत्र में लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। कॉलेज की कमियों को दूर करने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं। इनसेट
जल्द जारी हो सकती है केंद्रों की सूची
फरवरी में प्रस्तावित बोर्ड परीक्षा के केंद्र की सूची जल्द जारी हो सकती है। विभाग की मानें तो पिछले वर्ष की तुलना में इस बार केंद्रों की संख्या काफी कम हो सकती है। इसके अलावा गत वर्ष की अपेक्षाकृत इस वर्ष परीक्षार्थियों की संख्या भी खासी कम हुई है। इस वर्ष नकल विहीन परीक्षा कराए जाने को लेकर वाइस क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। क्या कहते हैं जिम्मेदार
-उक्त मामले की जानकरी है, लेकिन जैसे ही लिखित में आएगा वैसे ही कालेजों को दिशा निर्देश दे दिए जाएंगे।- चंद्र प्रताप ¨सह, डीआइओएस