बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में ब्रेकर बनी किसान सम्मान निधि
जागरण संवाददाता, औरैया: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल बुंदेलखंड एक्सप्रे
जागरण संवाददाता, औरैया: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के लिए मार्च तक जमीन का बैनामा पूरा कराया जाना है। यह कार्य चल ही रहा था, तभी केंद्रीय बजट में दो हेक्टेयर से कम जोत वाले किसानों के लिए सम्मान निधि योजना की घोषणा कर दी गई। ऐसे में लेखपालों को पात्र किसानों की सूची व सत्यापन के कार्य में लगा दिया गया। जिसके चलते अब बैनामा नहीं हो पा रहे हैं।
प्रस्तावित बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को एनएच-19 से होते हुए बुंदेलखंड से जोड़ा जाना है। इसके लिए जिले की तीनों तहसीलों में 37 गांवों के 6623 किसानों की 487.757 हेक्टेयर जमीन चिह्नित की गई है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे प्रस्तावित छह लेन का उपयोग नियंत्रित राजमार्ग है, जो पश्चिम उत्तर प्रदेश से आगरा और इलाहाबाद के माध्यम से पूर्वी उत्तर प्रदेश से जुड़ जाएगा। चित्रकूट के भरतकूप से शुरू होने वाला एक्सप्रेस-वे बांदा, हमीरपुर, महोबा और जालौन से औरैया होते हुए लखनऊ एक्सप्रेस-वे से मिलेगा।
बैनामे के लिए मिले 136 करोड़
प्रदेश सरकार की ओर से बैनामा कराने के लिए पहली किस्त के रूप में 136 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। शुरुआती दौर में तो बैनामा कार्य तेजी से किया गया लेकिन कर्मचारियों की कमी के चलते यह प्रोजेक्ट रुकता नजर आ रहा है।
अभी तक हुए बैनामे
तहसील बैनामा किसान जमीन (हेक्टेयर में)
औरैया 90 97 22.923
बिधूना 30 67 5.35
अजीतमल 50 103 10.714
कुल 170 267 39 क्या कहते हैं अधिकारी
किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े कार्यो में लेखपालों को लगाए जाने से कुछ परेशानी आ रही है। फिर भी मार्च तक ज्यादातर किसानों से बैनामा करा लिया जाएगा। इस संबंध में जिम्मेदारों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
- विजय बहादुर ¨सह, एडीएम