औरैया में आठ हजार रुपये को लेकर महिला सहित तीन लोगों ने बुजुर्ग को मार डाला, मोबाइल से खुला हत्या का राज
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में आठ हजार रुपये के विवाद में एक महिला समेत तीन लोगों ने एक बुजुर्ग की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या का खुलासा मोबाइल फोन से डिलीट किए गए डेटा को रिकवर करने पर हुआ। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

सुरेंद्र की फाइल फोटो। स्वजन पुलिस की गिरफ्त में खड़े आरोपित। पुलिस
जागरण संवाददाता, औरैया। कानपुर-इटावा हाईवे पर गांव मोहारी में सर्विसलेन पर इलेक्ट्रिक की दुकान के अंदर बुजुर्ग की हत्या के मामले में पुलिस ने महिला समेत तीन की गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में महिला ने बताया कि बुजुर्ग से आठ हजार रुपये के मांगे थे। जिसको लेकर विवाद हुआ था।इस दौरान उसकी हथौड़ा, वसूली और निहाई से उसकी हत्या कर दी थी।
महिला ने तीन महीने से बुजुर्ग के संपर्क में रहती थी और अकसर रात में उससे मिलती थी। हत्या के बाद आरोपित बुजुर्ग का मोबाइल लेकर चले गए थे। पुलिस ने जब मोबाइल की सीडीआर निकाली तो महिला का नंबर मिला। जिसके बाद पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बुजुर्ग के सिर से लेकर पैर तक छह चोट के निशान मिले।]
सदर कोतवाली में हुई प्रेस वार्ता में एसपी अभिषेक भारती ने बताया कि हरिओम निवासी मोहारी थाना अजीतमल ने अजीतमल पुलिस को सूचना दी गयी कि उसके पिता 72 वर्षीय सुरेन्द्र शर्मा अपनी इलेक्ट्रिक की दुकान पर ही सोते है। जिनकी दुकान में ही अज्ञात व्यक्तियों ने हत्या कर दी गयी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कर जांच शुरू कर दी। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य संकलन किए और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
अजीतमल व एसओजी, सर्विलांस की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा चैकिंग के दौरान भीखेपुर चौराहे से ग्राम जैनपुर नहर के निर्माणाधीन पुल के पास से समय करीब दोपहर 2:30 बजे सदाराम पुत्र मातादीन निवासी ग्राम चित्राहाट थाना चित्राहाट जनपद आगरा, सुखवीर पुत्र रघुवर दयाल निवासी ग्राम धनसिंह थाना करहैल जनपद मैनपुरी, निर्मला पत्नी मनोज निवासी ग्राम नंगला मूंग थाना करहल जनपद मैनपुरी को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपितों की निशानदेही पर घटना में प्रयोग होने वाले हथौडा, वसूला और निहाई और घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट कार बरामद किया। आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि निर्मला दिवंगत से तीन माह से संपर्क में थी। दिवंगत उससे दुकान के पीछे आपस में गोपनीय तरीके से मिलना मिलता था। 12 नवंबर नवम्बर की रात में 8000 रुपये के लेन देन के विवाद के बाद तीनों ने सुरेन्द्र शर्मा के सिर पर बाट, हथौडा़ व वसूला से कई बार प्रहार कर हत्या की उसके बाद स्विफ्ट कार लेकर भाग गया। पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपित को कोर्ट में पेश किया और फिर इटावा जेल भेज दिया। राजफाश करने वाली टीम में अजीतमल कोतवाल ललितेश नारायण त्रिपाठी और सर्विलांस प्रभारी समित चौधरी शामिल रहे।
आरोपित सुखवीर ने बुजुर्ग को महिला से मिलाया था
आरोपित सुखवीर की ससुराल बकेवर में है। जिसके चलते वह बुजुर्ग को जानता था। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि दिवंगत बुजुर्ग पत्नी से करीब चार साल से अलग रहता था। जिसको लेकर उसका बेटों से विवाद भी रहता था और पत्नी से भी अकसर विवाद होता था। पुलिस को भी इसकी शिकायत थाने में की ग ई थी। इस बजह से वह हाईवे की सर्विसलेन पर दुकान में रहता था। जिसके चलते उसने सुखवीर से महिला की मांग की थी। आरोपित निर्मला की मायका सहायल में है। सुखवीर और निर्मला का गांव आसपास है।
दोनों अक्सर मिलते थे
निर्मला का पति दिल्ली में ट्रक चलाता है। इस बजह से निर्मला और सुखवीर संपर्क में थे। सुखवीर ने निर्मला को बुजुर्ग से तीन महीने पहले मिलवाया। तबसे दोनों अकसर रात में गुपचुप तरीके से मिलते थे। बुधवार को बुजुर्ग ने महिला को फोन किया। तो सुखवीर, कार चालक सदाराम को लेकर महिला के साथ शाम 7.30 बजे पहुंचा। दोनों कमरे में चले गए। इसके बाद महिला ने आठ हजार रुपये मांगे। जिसे बुजुर्ग ने देने से मना कर दिया। विवाद शुरू हो गया। तो छीना झपटी में महिला क कान का बाला गिर गया और कान में चोट लग गई। साथ ही चूड़िया भी टूट गई। इस दौरान सदाराम और सुखवीर मौके पर पहुंच गए। तीनों ने मिलकर हथौड़ा, वसूला और निहाई से चेहरे में प्रहार कर हत्या कर दी। जिसके बाद आरोपित बुजुर्ग का मोबाइल लेकर भाग गये। पुलिस जांच में अब तक आरोपितों का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं मिला।
पुलिस बुजुर्ग के मोबाइल से ही पहुंची आरोपितों तक
आरोपित ने मोबाइल भी अपने साथ ले गए थे और बंद कर दिया था। उनको अंदाजा था कि वह पकड़े नहीं जाएंगे। लेकिन पुलिस ने सीडीआर निकाली। जिसमें अंतिम काल आरोपित की थी। जिसकी मदद से पुलिस आरोपितों तक पहुंच गई।

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