धान व्यापारी की हत्या का मुख्य आरोपित मुठभेड़ में गिरफ्तार
जागरण संवाददाता औरैया पशु चिकित्सक पद से सेवानिवृत्त धान व्यापारी की हत्या के मामले में मु
जागरण संवाददाता, औरैया : पशु चिकित्सक पद से सेवानिवृत्त धान व्यापारी की हत्या के मामले में मुख्य आरोपित को पुलिस ने शुक्रवार सुबह मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। गांव जलोखार नहर के पास पुलिस को देख आरोपित ने पिस्टल से फायर कर दिया जिसमें कोतवाली का एक सिपाही घायल हुआ। जवाबी फायरिग में आरोपित के पैर में गोली लगी। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से आरोपित को सैफई रेफर कर दिया गया। आरोपित पर 25 हजार रुपये का इनाम था।
कानपुर देहात के राजपुर ब्लॉक के अनवां गांव में पशु चिकित्सक पद से सेवानिवृत्त होने के बाद दिबियापुर बाईपास रोड निवासी कैलाश नारायण दीक्षित धान का कारोबार करने लगे थे। 10 सितंबर को 50 लाख रुपये के लेनदेन को लेकर ईट-पत्थर से सिर कुचलकर उनकी हत्या कर दी गई थी। मामले में दिवंगत के पुत्र विनय ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने घटना के दूसरे दिन आरोपित मिल मालिक कुंवर बहादुर व उसके नौकर हाकिम सिंह को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि इटावा के बकेवर निवासी मुख्य आरोपित सुधीर शुक्ला उर्फ संस्कार उर्फ पाठक व राजीव राठौर फरार चल रहे थे। पुलिस ने जांच में मिल मालिक के पुत्र ऋषि को भी घटना में संलिप्त पाते हुए जेल भेजा था। एसपी सुनीति ने मुख्य आरोपित सुधीर शुक्ला पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। सुबह सूचना मिलने पर पुलिस ने जलोखर के पास कार से जा रहे आरोपित की घेराबंदी की। यह देख आरोपित ने फायर करना शुरू कर दिया। गोली पुलिस जीप के बाईं साइड वाली खिड़की में जा लगी। जीप से उतरे सिपाही सुमित के पैर में एक गोली लगी। पुलिस ने बचाव में फायरिग की, जिस पर कार छोड़ भाग रहे आरोपित के पैर में गोली जा लगी। एएसपी कमलेश दीक्षित ने बताया कि आरोपित के खिलाफ 25 हजार का इनाम घोषित था। उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं, जिसकी डिटेल निकाली जा रही है। आरोपित के खिलाफ हत्या व लूट के मामले औरैया में चार, झांसी में दो, जालौन के कोंच में एक व राजस्थान में एक दर्ज है। नाम व आइडी बदलकर घटनाओं को अंजाम देता था संस्कार
नौ सितंबर की रात हुई सेवानिवृत्त पशु चिकित्सक की हत्या का मुख्य आरोपित सुधीर शुक्ला को शुक्रवार को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित नाम व आइडी बदलकर रहता था, इसके बाद वह घटना को अंजाम देता था। उसके खिलाफ हत्या के आठ व 11 अन्य मामले संगीन धाराओं में दर्ज हैं। आरोपित मिल मालिक के साथ 2007 से रहता था। अधिक कर्जा होने के बाद आरोपित व मिल मालिक ने षडयंत्र के तहत पशु चिकित्सक को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी।
मूलरूप से इटावा के बकेवर निवासी संस्कार ने ही मिल मालिक कुंवर बहादुर राठौर के साथ मिलकर शहर के दिबियापुर रोड निवासी सेवानिवृत्त पशु चिकित्सक कैलाश नारायण दीक्षित की हत्या की थी। हत्यारोपित सुधीर के संस्कार, पाठक जी, गुरुजी, कप्तान शुक्ला, अरविद भी नाम है। वह अपने अलग-अलग नामों से कई स्थानों पर संगीन मामलों को अंजाम दे चुका है। राइस मिल मालिक कुंवर बहादुर के संपर्क में आरोपित सुधीर शुक्ला 2007 से है। धान के व्यापार में भी वह पार्टनर था। जब कैलाश नारायण दीक्षित आएदिन अपने उधारी के रुपये मांगता था तो कुंवर बहादुर ने अपने साथी संस्कार के साथ मिलकर उसे रास्ते से हटाने का षडयंत्र रच डाला। इसमें वह सफल भी हो गए थे, लेकिन जब वह दिबियापुर थाना के सौंधेमऊ गांव में शव को ठिकाने लगाने जा रहे थे, तभी ग्रामीणों ने गाड़ी नंबर नोट कर लिया था और पुलिस को इसकी सूचना दी थी। जिस पर पुलिस ने घेराबंदी करते हुए मिल मालिक कुंवर बहादुर व नौकर हाकिम सिंह को गिरफ्तार कर लिया था।
एसपी सुनीति ने बताया कि आरोपित संस्कार के खिलाफ बिधूना कोतवाली में तीन, औरैया में एक, झांसी में दो, कोंच में एक, राजस्थान में एक हत्या का मामला दर्ज है। साथ ही विभिन्न थानों में लूट व चोरी के भी 11 मुकदमें दर्ज हैं।