तीन दिन के अंदर की जाए गोवंश की व्यवस्था
जागरण संवाददाता, औरैया: बीते कुछ दिनों से विद्यालयों में आवारा जानवरों को बंद किए जाने का
जागरण संवाददाता, औरैया: बीते कुछ दिनों से विद्यालयों में आवारा जानवरों को बंद किए जाने का एक नया कार्य शुरू हुआ है। जिसका संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को जिलाधिकारी श्रीकांत मिश्र ने ककोर स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना व संचालन नीति की जानकारी दी। बैठक में निराश्रित, बेसहारा गोवंश को आश्रय उपलब्ध कराने, भरण पोषण की व्यवस्था करने, गोवंश से उत्पादित दूध, गोबर, कम्पोस्ट आदि की विक्रय व्यवस्था करने पर चर्चा की गई। जिले में पंजीकृत 25 गोशालाओं में से नौ निष्क्रिय गोशालाओं को फिर से चालू करने के निर्देश दिए। प्रत्येक में 50-50 गोवंश रखे जाने और उनके चारा, घास, पानी आदि की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए। सभी ईओ को निर्देश दिए कि वह तीन दिन के अंदर नगरीय क्षेत्रों में आवारा मवेशियों की वैकल्पिक व्यवस्था करें। सभी एसडीएम से जल्द ही इन गोवंशों के लिए अस्थायी गोशाला, आश्रय स्थलों के लिए भूमि चिन्हांकन कर भूमि उपलब्ध कराने को कहा। डीपीआरओ को ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर इस नेक कार्य में सहयोग करने के लिए कहा। चारागाह की जमीन पर नैपियर घास उगवाने के भी निर्देश दिए। सीवीओ को जनपद में आवारा जानवरों की संख्या उपलब्ध कराने एवं कितने पशुपालक अपने जानवर बांधते हैं और कितने छोड़ते हैं, इसकी सूचना मांगी। बैठक में सीडीओ सत्येंद्र नाथ चौधरी, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अनुपम कुमार शुक्ला, डीएफओ सुंदरेशा, एडीएम विजय बहादुर ¨सह, डिप्टी कलेक्टर रामजीवन, एसडीएम बिधूना अमित कुमार, एसडीएम अजीतमल विजय प्रताप ¨सह सहित सभी बीडीओ व ईओ मौजूद रहे। गठित होगी कमेटी
आश्रय स्थल की व्यवस्था के लिए डीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित होनी है। जो अस्थाई गोवंश आश्रय स्थलों के लिए वित्तीय प्रबंधन करेगी। यह समिति कृषक, पशुपालक द्वारा पशुओं को छोड़े जाने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करेगी।