उम्र महज 22 वर्ष व पहले प्रयास में जज बने अरिजीत सिंह
जागरण संवाददाता औरैया परिवार न्यायालय में प्रधान न्यायाधीश के पुत्र अरिजीत सिंह ने बिना कोचि
जागरण संवाददाता, औरैया: परिवार न्यायालय में प्रधान न्यायाधीश के पुत्र अरिजीत सिंह ने बिना कोचिग के पहली बार में 22 साल की उम्र में पीसीएस(जे) में 423 वां स्थान प्राप्त किया है। अरिजीत सिंह की सफलता पर जिला न्यायालय के जज व वकीलों ने बधाई दी। इससे पहले अरिजीत सिंह का ओएनजीसी में विधिक सलाहकार के पद पर भी चयन हो चुका है।
मूल रूप से आगरा के कालिदी बिहार निवासी आरबीएस मौर्या जिला जजी में परिवार न्यायालय में प्रधान न्यायाधीश हैं। अरिजीत सिंह ने 2018 में डा.राममनोहर लोहिया महाविद्यालय से एलएलबी की थी। इसके बाद एलएलएम में प्रवेश ले लिया। पढ़ाई के दौरान ही पीसीएस(जे) की भी घर में ही तैयारी शुरू कर दी। पहली ही बार में अरिजीत सिंह ने सफलता प्राप्त कर ली और 423 वां स्थान पाया। अरिजीत सिंह की उपलब्धि पर उनकी मां डा. सुमनलता व बाबा विभूति सिंह खुशी से झूम उठे।
अरिजीत ने बताया कि वह अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों को देते हैं। उन्होंने हर बार हौंसला बढ़ाया जिस कारण वह इतनी कम उम्र में यह सफलता प्राप्त कर सके। उनकी सफलता पर जिला बार अध्यक्ष सुरेंद्र नाथ शुक्ल, विपिन त्रिपाठी, महामंत्री संजीव चतुर्वेदी, सौरभ पाठक, हृदय नारायण पांडेय आदि ने बधाई दी है।