85 गेहूं क्रय केंद्रों में से 35 खुले ही नहीं
जागरण संवाददाता, औरैया : शासन ने जनपद में किसानों से गेहूं खरीद के लिए 85 क्रय केंद्र खुलवा
जागरण संवाददाता, औरैया : शासन ने जनपद में किसानों से गेहूं खरीद के लिए 85 क्रय केंद्र खुलवाने का आदेश जिला प्रशासन को दिया था। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते अब तक सिर्फ 50 क्रय केंद्र ही खुल पाए हैं। इसके चलते 22 दिन बीतने के बाद भी गेहूं की खरीद बहुत कम हो पाई है। बड़ी संख्या में केंद्र संचालित न होने का मामला डिप्टी आरएमओ के निरीक्षण व एआर कोआपरेटिव की जांच के बाद खुला।
शासन ने एक अप्रैल से जनपद में 85 सरकारी क्रय केंद्र खुलवा कर गेहूं की खरीद शुरू करने का आदेश दिया था। 56 गेहूं क्रय केंद्र पीसीएफ को खुलवाने थे। लेकिन इस एजेंसी ने बीस अप्रैल तक सिर्फ 16 क्रय केंद्र खुलवाए। डिप्टी आरएमओ ने जब सभी क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया तो पीसीएफ के चालीस क्रय केंद्रों बंद मिले। जानकारी करने पर पता चला कि आज तक यह क्रय केंद्र एक दिन भी नहीं खुले है न ही इन पर एक दाना गेहूं की खरीद हुई है। इसके बाद मामले की जांच एआर कोआपरेटिव सतीश त्रिपाठी को सौंपी गई। जांच में यह बात साबित हो गई। जांच रिपोर्ट अपर जिलाधिकारी विजय बहादुर ¨सह को भेजी गई। उन्होंने पीसीएफ के पदाधिकारियों को जल्द से जल्द सभी क्रय केंद्र चालू करवाने का आदेश दिया। इसके बाद गत 21 अप्रैल को पांच क्रय केंद्र और संचालित करा दिए गए। अभी तक पीसीएफ के 35 क्रय केंद्र बंद हैं। एजेंसी के अधिकारियों की लापरवाही के चलते 58 हजार 600 एमटी गेहूं खरीद के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक मात्र 3922 एमटी गेहूं की खरीद हो पाई है। 15 जून तक इन क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद होनी है यदि संबंधित एजेंसियां इसी प्रकार लापरवाही करती रही और अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो शासन की ओर से दिया गया गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित समयावधि में पूरा होना असंभव है। क्या कहते हैं जिम्मेदार
डिप्टी आरएमओ सुधांशु शेखर चौबे ने बताया कि पीसीएफ को छोड़ कर अन्य सभी एजेंसियों ने अपने पूरे क्रय केंद्र एक अप्रैल को ही खुलवा कर गेहूं खरीद शुरू कर दी थी। पीसीएफ के पदाधिकारियों को जल्द से जल्द सभी क्रय केंद्र खुलवाने का आदेश दिया गया है। इसके बावजूद यदि वह नहीं माने तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।