बिल संशोधन के दौरान खेल, लिपिक निलंबित
गजरौला : बिजली बिलों के संशोधन में चल रहे खेल में बि¨लग क्लर्क नप गए हैं। पोल खुलने पर अधीक्षण अभियं
गजरौला : बिजली बिलों के संशोधन में चल रहे खेल में बि¨लग क्लर्क नप गए हैं। पोल खुलने पर अधीक्षण अभियंता ने निलंबित कर दिया। इतना ही नहीं गजरौला एक्सइएन आफिस के इस मामले की जांच पहले स्वयं अपने हाथ में ली लेकिन गड़बड़ी अधिक प्रतीत होने के अंदेशे में अब मंडल मुख्यालय के चीफ अभियंता ने अपने हाथ में ले लिया है। उनके द्वारा जांच की कमान स्वयं संभालने और अभिलेख तलब करने से एक्सईएन आफिस के कर्मियों में खलबली मची है।
फाजलपुर स्थित एक्सईएन कार्यालय कर्मी बिल संशोधन के नाम पर खेल खेला जा रहा है। भाकियू द्वारा भी पिछले दिनों चौपला पर धरना प्रदर्शन के दौरान बिजली कर्मियों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाए थे। हालांकि अधिशासी अभियंता ने सबूत देने को कहने और यदि ऐसा कोई मामला पकड़ में आता है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। उनके कार्यालय में बिलों के संशोधन में खेल चल रहा था। मामला पकड़ में आने पर अधीक्षक अभियंता आलोक कुमार गोयल ने बि¨लग क्लर्क सुमंत कुमार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन पर निलंबन की गाज गिरा दी। रिकार्डों में हेराफेरी एवं लापरवाही सामने आने पर मुरादाबाद चीफ ने मामला गंभीर होने पर जांच स्वयं संभाल रखी है।
चीफ द्वारा मामले की जांच स्वयं करने से एक्सईएन कार्यालय के कर्मियों में हलचल मची है। उन्हें डर सता रहा है कि कहीं जांच में कोई ऐसा प्वाइंट हाथ न लग जाए जिससे वह भी चपेट में आ जाएं। सूत्रों का कहना है कि बि¨लग बाबू ही नहीं अलबत्ता आफिस के अन्य लोग भी इस खेल में साझेदार हैं। जो उपभोक्ता से लेते कुछ थे, और जमा कुछ करते थे। इस बाबत एसडीओ आरपी ¨सह ने बिलों में गड़बड़ी का मामला सामने की बात बताते हुए संबंधित बाबू के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई होने की पुष्टि की। अधिशासी अभियंता गुलशन गोयल ने बि¨लग बाबू के निलंबन की पुष्टि करते और अधिक जानकारी देने से बचते नजर आए। कहा कि चीफ साफ स्वयं मामले की जांच कर रहे हैं। शीघ्र ही मामले की तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी।