दोस्ती की खातिर ताज तक पहुंचाने में जुटे कार्यकर्ता
अमरोहा ज्यों-ज्यों नौगावां सादात विधानसभा क्षेत्र उपचुनाव के मतदान की तारीख नजदीक आ रही है सरगर्मी बढ़ती जा रही है।
अमरोहा : ज्यों-ज्यों नौगावां सादात विधानसभा क्षेत्र उपचुनाव के मतदान की तारीख नजदीक आ रही है त्यों- त्यों माहौल चुनावी रंग में रंगता जा रहा है। कार्यकर्ता दोस्ती के सहारे राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को विजेता के ताज तक पहुंचाने में लगे हैं। गांव हो या फिर कस्बा, हर जगह के दोस्तों को खोजकर मिलने जा रहे हैं और अपने चहेतों के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि दोस्त भी पूरे जी जान से चुनाव लड़ाने और अन्य ग्रामीणों व साथियों से वोट डलवाने का वायदा कर रहे हैं। वह किसी भी दोस्त को वह नाराजगी का मौका नहीं दे रहे हैं।
आगामी तीन नवंबर को नौगावां सादात विस उपचुनाव के लिए मतदान होगा। इसको शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन लगा है। प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी चोटी के जोर लगा रहे हैं। मतदाताओं को रिझाने के लिए हर तरकीब भिड़ा रहे हैं। कैसे भी हो, बस हमारी पार्टी का प्रत्याशी जीत हासिल करे। इसके लिए कार्यकर्ता भी जी-जान से जुट गए हैं। हर गांव में परिचितों को तलाश रहे हैं। रिश्तेदारियों के साथ- साथ दोस्ती भी ऐसे समय में उनको याद आ रही है। किस गांव में कौन दोस्त है, बस इसकी खोजबीन में कार्यकर्ता जुटे हुए हैं और उनके घरों पर पहुंच रहे हैं। दोस्त का परिवार किस प्रत्याशी को वोट कर रहा है और पार्टी से खफा है या पक्ष में है, इसकी टोह भी कार्यकर्ताओं द्वारा ली जा रही है।
अपनी पार्टी के कार्यों और दोस्ती में किए गए कामों की दुहाई देकर कार्यकर्ता चहेते प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैं। दोस्ती है तो उसका भी फर्ज निभाना, इसलिए कार्यकर्ता दोस्त को कोई भी मित्र निराश नहीं कर रहा है। बेहिचक आश्वासन दे रहा है कि तुम्हारे बताए कैंडिडेट को ही अबकी बार वोट करेंगे। परिवार तो मतदान पक्ष में करेगा ही बल्कि आस-पड़ोस वालों को भी उसके लिए मनाएंगे। जैसे भी होगा, ग्रामीणों को भी पक्ष में वोट करने के लिए प्रेरित करेंगे। दोस्ती की लाज रखनी है।
सभी काम कराएंगे जीतने के बाद
अमरोहा : दोस्ती के लिए सबकुछ करने के लिए कार्यकर्ता तैयार हैं। घर पर पहुंचकर अपने दोस्तों से वायदा कर रहे हैं कि इस बार उनके प्रत्याशी को जीत दिला दीजिए। वह जीत जाते हैं तो आपका कोई भी कार्य नहीं रुक पाएगा। सभी काम पूरे होंगे। सभी को आजमा लिया है। इस बार दोस्त की बात पर यकीन कर लें। बाहर से भी उपचुनाव लड़ाने आ रहे दोस्त
अमरोहा: हर दल के प्रत्याशियों की दोस्ती भी दूर-दूर तक फैली है। जी हां, बुधवार को उसका जीता जागता प्रमाण देखने को मिला। पंजाब प्रांत से एक प्रत्याशी के दोस्त चुनाव लड़ाने के लिए नौगावां विधानसभा क्षेत्र में आ रहे थे लेकिन, बीच रास्ते में ही उनको हादसे की वजह से रुकना पड़ गया। दोस्त का चुनाव लड़ाने की बजाय वह सलाखों के पीछे पहुंच गए।