बेमौसम बरसात से 34 फीसद धान की फसल खराब
जिले में धान की फसल का कुल रकबा 27240 हेक्टेयर है। कृषि विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो 12657 हेक्टेयर जमीन में उगाई गई धान की फसल खेतों में कटाई से रह गई है जबकि अन्य फसल किसान घर ले जा चुके हैं। 17 व 18 अक्टूबर को जिले में बेमौसम बरसात हुई। जिसने सब किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया।
अमरोहा, जेएनएन: बेमौसम बरसात से जहां उत्तराखंड की नदियों में उफान है वहीं, जनपद भी उसकी मार झेल रहा है। इस बेदर्द मौसम के सितम से किसान कराह उठा है। दो दिन की बारिश से कटने को बाकी रह गई 34 फीसद धान की फसल खराब हो गई। कृषि विभाग ने बरसात की वजह से बर्बाद हुई फसल के नुकसान का अनुमानित आंकड़ा तैयार किया है और पूरी स्थिति से प्रशासन को अवगत करा दिया है। इधर, अन्य फसलों में नुकसान का भी प्रशासन तहसील वार ब्योरा जुटा रहा है ताकि, उसको शासन के पास भेजा जा सके।
जिले में धान की फसल का कुल रकबा 27,240 हेक्टेयर है। कृषि विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो 12,657 हेक्टेयर जमीन में उगाई गई धान की फसल खेतों में कटाई से रह गई है जबकि, अन्य फसल किसान घर ले जा चुके हैं। 17 व 18 अक्टूबर को जिले में बेमौसम बरसात हुई। जिसने सब किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। 9,038 हेक्टेयर जमीन में धान की फसल खड़ी रही जबकि 3,619 हेक्टेयर भूमि में धान की फसल गिर गई और खेत में कटी रह गई। खड़ी फसल में औसतन 12 से 18 फीसद तक नुकसान हुआ है। अधिकारियों की मानें तो बरसात से सबसे ज्यादा 30 से 34 फीसद तक नुकसान खेत में कटी व गिरी धान की फसल में हुआ है। ब्लाक वार धान की कटी व गिरी फसल का क्षेत्रफल हानि प्रतिशत में
अमरोहा 620 31-33
जोया 780 30-32
मंडी धनौरा 572 32-34
गजरौला 433 32-34
हसनपुर 596 28-30
गंगेश्वरी 618 30-32
नोट: क्षेत्रफल हेक्टेयर में है। वर्जन---
बरसात से खराब हुई धान की फसल का अनुमानित ब्योरा उच्चाधिकारियों को सौंप दिया गया है। अब उनके द्वारा ही मामले में अगली कार्रवाई की जाएगी।
राजीव कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी।
जिले की सभी तहसीलों में बरसात से हुए नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है। लेखपालों से जल्द से जल्द रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है। रिपोर्ट मिलने पर अगला कदम उठाया जाएगा। अभी कृषि विभाग द्वारा धान की फसल में हुए नुकसान की स्थिति बताई गई है।
विनय कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी।