अमरोहा में खुला बिजली विभाग का थाना
अमरोहा : बिजली चोरी करने वालों की खैर नहीं है। बिजली चोरी रोकने के लिए शासन ने अमरोहा में बिजली विभा
अमरोहा : बिजली चोरी करने वालों की खैर नहीं है। बिजली चोरी रोकने के लिए शासन ने अमरोहा में बिजली विभाग का अलग से थाना खोल दिया है। इस थाने में एक इंस्पेक्टर सहित चार सिपाहियों की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा विजिलेंस प्रभारी भी तैनात किया है, जिसकी देखरेख में कार्य होगा। अब बिजली चोरी के मामले की रिपोर्ट इन्हीं थानों में दर्ज होगी। अस्थायी तौर पर इनका कार्यालय डबल लाइन बिजली घर में है।
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने फरवरी माह में बिजली चोरी रोकने के लिए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में बिजली विभाग का थाना खोलने का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था। शासन ने इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी। इसके बाद बिजली विभाग जिलों में अपने थाने खोलने लगे हैं। अमरोहा में भी बिजली विभाग का थाना सोमवार को खुल गया। डबल लाइन बिजली घर के कैश काउंटर के प्रथम तल पर थाना खुला है। इसमें इंस्पेक्टर सुरेश कुमार सहित चार सिपाहियों की तैनाती हुई है। इसके अलावा एक विजिलेंस अधिकारी की भी तैनाती हुई है। अब बिजली चोरी के मामले में इन्हीं थानों में दर्ज होंगे। यही से उन पर कार्रवाई और विवेचना होगी। थाना खुलने पर मिलेगी सहूलियत
अमरोहा : जनपद स्तर पर खुलने वाले थानों पर बिजली से जुड़े मामलों का निस्तारण होगा। स्थापना के बाद नियमित चे¨कग और छापामारी होगी। इससे बिजली चोरी रुकेगी। बिजली चोरी के मुकदमा बिजली थाने में ही दर्ज होंगे। उनकी विवेचना भी बिजली थाना पुलिस ही करेगी। इससे इस प्रकार के मामलों में प्रभावी कार्रवाई हो सकेगी। थाने पर तैनात होंगे 15 पुलिस के जवान
अमरोहा : उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने थाने के लिए जो प्रस्ताव तैयार किया है, उसके अनुसार पुलिस विभाग के 15 जवान बिजली थानों पर तैनात होंगे। इनमें एक इंसपेक्टर, दो उपनिरीक्षक, दो दीवान, 8 सिपाही, दो कांस्टेबल की तैनाती की जायेगी। पुलिस के यह जवान दो साल के लिए विभाग में तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा थाने से जेई व लाइनमैन को भी संबद्ध किया जाएगा। अस्थायी तौर पर बिजली विभाग का थाना डबल लाइन बिजली घर में खुला है। अभी एक इंस्पेक्टर सहित चार सिपाहियों की तैनाती हुई है। इसके अलावा एक विजिलेंस अधिकारी तैनात किए गए है। जल्द ही यह टीम कार्य शुरू कर देगी। आने वाले दिनों में बिजली चोरी रोकने में यही टीम सहायक सिद्ध होगी। बिजली चोरी का मामला अब बिजली विभाग के थानों में ही दर्ज होगा।
एसपी टांक, अधिशासी अभियंता।