दो चिकित्सक और दो सौ मरीज, कैसे मिलेगा बेहतर इलाज
गजरौला : औद्योगिक नगरी के सरकारी अस्पताल में सात घंटे के भीतर दो चिकित्सकों ने 200 मरीजों को देखा। ऐ
गजरौला : औद्योगिक नगरी के सरकारी अस्पताल में सात घंटे के भीतर दो चिकित्सकों ने 200 मरीजों को देखा। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस स्थिति में कैसे मरीज को बेहतर इलाज दिया होगा।
यूं तो सीएचसी में एक महिला सहित पांच चिकित्सक हैं लेकिन, शनिवार को मात्र दो ही चिकित्सक डयूटी पर थे। डॉ. श्योराज व राहुल। डॉ. योगेंद्र सिंह, महिला चिकित्सा डॉ. नीरज अवकाश पर थे और डॉ. मयंक कोरोना डयूटी पर गए थे। सीएचसी में मरीजों की संख्या बढ़ गई। इस स्थिति में दोनों चिकित्सकों ने 200 मरीजों की संख्या सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक निपटा दी। इससे अंदाज लगाइए कि भला ऐसी स्थिति में बेहतर इलाज कैसे संभव है। जबकि इन दिनों क्षेत्र में संक्रामक रोगों का प्रकोप फैल रहा है। लगातार मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग सतर्क होने के लिए तैयार नहीं है।
सीएचसी के चिकित्सक डॉ. श्योराज सिंह ने बताया शनिवार को मुझ सहित दो चिकित्सक डयूटी पर थे। बाकी दो चिकित्सक अवकाश पर थे और तीसरे कोरोना डयूटी में थे। कुल दो सौ मरीज अस्पताल में पहुंचे थे। सबको तसल्ली के साथ देखा गया है। ओपीडी का गेट बंद, नदारद रहे चिकित्सक
गजरौला : भले ही शनिवार को दो चिकित्सक ड्यूटी पर तैनात बताए जा रहे हो लेकिन, मौके पर सिर्फ एक ही नजर आए। दूसरे चिकित्सक की ओपीडी का गेट बंद था। इसके बारे में पूछने पर पता चला कि उनकी इमरजेंसी में डयूटी थी। दीगर बात यह है कि वह इमरजेंसी में भी नहीं दिखे।