कल चमन था आज इक सहरा हुआ..
जागरण संवाददाता अमरोहा गुरुवार देर रात तक समर्थकों की भीड़ से खचाखच भरे रहने वाले प्रत्याशियों के चुनाव कार्यालय शुक्रवार सुबह से वीराने हो गए। गठबंधन प्रत्याशी के कार्यालय को छोड़ दें तो शेष प्रत्याशियों के चुनाव कार्यालयों में समर्थक नजर नहीं आए। बंद गेट उतरे झंडे व बोर्ड गवाही दे रहे थे कि चुनाव समाप्त हो गया है। कार्यकर्ताओं का वहां दूर-दूर तक नाम नहीं था।
अमरोहा : गुरुवार देर रात तक समर्थकों की भीड़ से खचाखच भरे रहने वाले प्रत्याशियों के चुनाव कार्यालय शुक्रवार सुबह से वीराने हो गए। गठबंधन प्रत्याशी के कार्यालय को छोड़ दें तो शेष प्रत्याशियों के चुनाव कार्यालयों में समर्थक नजर नहीं आए। बंद गेट, उतरे झंडे व बोर्ड गवाही दे रहे थे कि चुनाव समाप्त हो गया है। कार्यकर्ताओं का वहां दूर-दूर तक नाम नहीं था।
शुरुआत करते हैं बिजनौर रोड स्थित गठबंधन प्रत्याशी कुंवर दानिश अली के चुनाव कार्यालय से। गुरुवार शाम तो यहां ठीकठाक भीड़ थी। समर्थक व गठबंधन कार्यकर्ता मतदान को लेकर हारजीत का गणित लगाने में जुटे थे। शुक्रवार को यहां पर आठ दस समर्थक मौजूद थे तथा वह चुनाव संबंधी ही चर्चा में जुटे थे। इसके अलावा प्रतिदिन की तरह रहने वाली रौनक आज गायब थी।
गठबंधन प्रत्याशी के बाद आजाद रोड पर कांग्रेस प्रत्याशी सचिन चौधरी के चुनाव कार्यालय का जायजा लिया तो वहां नजारा सबसे अलग था। चुनाव कार्यालय पर ताला लटका था। आसपास के लोगों से पूछा तो पता चला गुरुवार से ही यहां ताला लटका है। न तो वहां बोर्ड बचा था और न ही समर्थक। हां, कुछ झंडे जरूर लटक रहे थे। जबकि टीपीनगर चौराहा पर स्थित भाजपा प्रत्याशी कंवर सिंह तंवर के नगर चुनाव कार्यालय पर भी वीरानी छाई हुई थी। समर्थक नदारद थे, गेट भी बंद था। कल तक चहल-पहल से भरे इस कार्यालय पर झंडा तक नहीं था।