आवारा कुत्ते ने फिर मासूम बच्ची को बुरी तरह नोच डाला, गंभीर
बे-लगाम कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। गुरुवार की सुबह फिर एक मासूम चार वर्षीय बच्ची को आवारा कुत्ते ने बुरी तरह नोचकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। चीख-पुकार पर दौड़े पड़ोसियों ने किसी तरह कुत्ते को भगाया। परजनों ने मासूम को जिला अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन सीरम की व्यवस्था नहीं होने पर चिकित्सकों ने गंभीर हालत में मासूम को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया।
अमरोहा । आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। गुरुवार की सुबह फिर एक मासूम चार वर्षीय बच्ची को आवारा कुत्ते ने बुरी तरह नोचकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। चीख-पुकार पर दौड़े पड़ोसियों ने किसी तरह कुत्ते को भगाया। परिजनों ने मासूम को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन सीरम की व्यवस्था नहीं होने पर चिकित्सकों ने गंभीर हालत में मासूम को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया।
यह घटना नौगावां सादात थाना क्षेत्र के गांव चक मुस्तफापुर में गुरुवार की सुबह लगभग साढ़े आठ बजे की है। गांव के भगवानदास मजदूरी कर किसी तरह परिवार का पालन पोषण करते हैं। ग्रामीण का बेटा विवेक करीब सप्ताह भर से बुखार की चपेट में है। जिला अस्पताल में भी इलाज कराया, लेकिन ठीक नहीं हुआ। लिहाजा ग्रामीण अपनी पत्नी सविता के साथ बेटे का इलाज कराने गुरुवार की सुबह आठ बजे चांदपुर के लिए निकले। घर पर चार वर्षीय मासूम बेटी राशि को छोड़ गए थे। आधा घंटे बाद ही घर पर खेल रही मासूम को आवारा कुत्ते ने घेर लिया और गिरा कर बुरी तक नोचने लगा। मासूम का शोर सुनकर पड़ोसी दौड़ पड़े और कुत्ते को किसी तरह भगाया, लेकिन तब तक मासूम बुरी तरह घायल हो चुकी थी। सूचना पर मासूम के माता-पिता आधे रास्ते से ही लौट आए और उन्होंने धनौरा सीएचसी में भर्ती कराया, लेकिन वहां चिकित्सकों ने टिटनेस का इंजेक्शन ही लगाकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन मासूम को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे और भर्ती कराया, लेकिन सीरम चढ़ने की व्यवस्था नहीं होने पर चिकित्सकों ने गंभीर हालत में मासूम को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। जिलेभर में एंटी सीरम की व्यवस्था नहीं
अमरोहा : भले ही स्वास्थ्य महकमा लोगों को सभी स्वास्थ्य सेवाएं देने की दावेदारी कर रहा है, लेकिन यह कड़वा सच है कि महकमा सभी सुविधाएं देने में फेल है। इसकी कलई तब खुली जब कुत्ते काटी एक मासूम को जिला अस्पताल में भर्ती कराया और उसे एंटी सीरम डोज चढ़ाने की जरूरत पड़ी। सीएमएस डॉ. राम निवास यादव और सीएमओ डॉ. रमेश चंद शर्मा से सीरम के उपलब्ध के बारे में पूछा गया तो बताया कि महकमें के पास सीरम की व्यवस्था नहीं है। इसीलिए मरीज को गंभीर हालत में हायर सेंटर के लिए रेफर किया जाता है।