खाद्यान्न को लेकर दूसरे दिन भी ग्रामीणों का हंगामा
पीओएस मशीनों में तकनीकी खामी बता नहीं बांट रहे खाद्यान्न जागरण संवाददाता, जोया: पीओएस मशीनों में तकनीकी खामी बताकर राशन डीलर खाद्यान्न नहीं बांट रहे, लिहाजा क्षेत्र के कई गांवों में मंगलवार को दूसरे दिन भी ग्रामीणों ने राशन की दुकानों पर हंगामा किया और जिला प्रशासन से राशन दिलाए जाने की मांग की। खाद्यान्न वितरण में पारदर्शिता को शासन स्तर से इस माह से पीओएस मशीनों से खाद्यान्न वितरण शुरू किया गया है। इस प्रणाली से केवल राशन कार्ड धारक की मौजूदगी में ऑनलाइन सत्यापन के बाद ही खाद्यान्न दिया जा सकता है। लेकिन घाटे का सौदा मान राशन डीलर राशन कार्ड धारकों को मशीन में तकनीकी खामी बताकर टरका रहे हैं। करीब
जोया : पीओएस मशीनों में तकनीकी खामी बताकर राशन डीलर खाद्यान्न नहीं बांट रहे हैं। लिहाजा क्षेत्र के कई गांवों में मंगलवार को दूसरे दिन भी ग्रामीणों ने राशन की दुकानों पर हंगामा किया और जिला प्रशासन से राशन दिलाने की मांग की।
खाद्यान्न वितरण में पारदर्शिता को शासन स्तर से इस माह से पीओएस मशीनों से खाद्यान्न वितरण शुरू किया गया है। इस प्रणाली से केवल राशन कार्ड धारक की मौजूदगी में ऑनलाइन सत्यापन के बाद ही खाद्यान्न दिया जा सकता है लेकिन घाटे का सौदा मान राशन डीलर राशन कार्ड धारकों को मशीन में तकनीकी खामी बताकर टरका रहे हैं।
करीब 80 फीसद राशनकार्ड धारकों का अंगूठा भी मशीन में सपोर्ट नहीं कर पा रहा और वह बिना राशन लिए ही मायूस लौट रहे हैं। राशनकार्ड धारकों की राशन विक्रेता से तीखी नोकझोंक भी हो रही है। वहीं पुराने राशन कार्ड का क्रमांक बदला होने के कारण साइबर कैफे से राशन कार्ड की दूसरी कापी निकलवानी पड़ रही है। इससे भी ग्रामीणों के हर माह 20 से तीस रुपये खर्च हो रहे हैं।
क्षेत्र के गांव डिडौली, सैंतली, कालाखेड़ा, पूरनपुर, श्यौनाली, वरखेड़ा राजपूत, सलारपुर माफी, नसीरपुर, कनपुरा, हटव्वा पट्टी, बुढ़नपुर, भीकनपुर मूंढा, औरंगाबाद, पांयती कलां आदि गांवों में लोगों को खाद्यान्न नहीं मिल पा रहा। इंजीनियर मोनू कुमार ने बताया कि अधिकांश मशीनों के सॉफ्टवेयर को अपडेट कर दिया गया है।