गली से लेकर चौराहों तक चुनावी चर्चा
जागरण संवाददाता अमरोहा लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों की हार जीत को लेकर नगर में चौतरफा चर्चाओं का बाजार गर्म है। आम लोग होटलों चौपालों और चाय की स्टालों पर बैठकर चाय की चुस्की के साथ दूसरे से प्रत्याशियों की हार जीत का आंकड़ा लगाने में मशगूल हैं। वह गठबंधन प्रत्याशी और भाजपा प्रत्याशी के बीच कड़ा मुकाबला बता रहे है। जबकि अन्य प्रत्याशियों का दूर-दूर तक कोई राग नहीं होने की दावेदारी कर रहे हैं।
अमरोहा : लोकसभा चुनाव में मतदान के बाद अब प्रत्याशियों की हार-जीत को लेकर नगर में चौतरफा चर्चाएं हो रही है। होटलों, चौपालों और चाय के स्टालों पर बैठकर चाय की चुस्की के साथ लोग हार-जीत का आंकड़ा जोड़ने में मशगूल हैं। अधिकांश लोग गठबंधन व भाजपा प्रत्याशी के बीच कड़ा मुकाबला बता रहे हैं।
अमरोहा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कंवर सिंह तंवर, बसपा गठबंधन प्रत्याशी कुंवर दानिश अली, कांग्रेस प्रत्याशी सचिन चौधरी सहित दस प्रत्याशी चुनावी मैदान थे। मतदाताओं ने गुरुवार को पसंद के प्रत्याशियों के हक में मतदान किया। वैसे तो कोई भी प्रत्याशी अपने आपको कमजोर नहीं मान रहा लेकिन आम लोग दो प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला मान रहे हैं।
मोहल्ला नल स्थित कपड़े की दुकान के बाहर कुछ लोग चुनाव को लेकर चर्चा करते दिखाई दिए। इनमें मोहम्मद जुबैर साथियों से बोले टक्कर गठबंधन और भाजपा प्रत्याशी के बीच है। वोट भी जमकर पड़े हैं। उनके बराबर में बैठे अजीम और फरमान ने कहा कि अमरोहा नगर में तो शाम तक कतारें नहीं खत्म हुईं। उन्होंने गठबंधन प्रत्याशी को भारी बताया। वहीं शबे आलम, मोहम्मद वसीम ने कहा इस बार परिवर्तन नजर आ रहा है। कुछ आगे चले तो नल चौराहे पर मस्ता चौधरी की चाय की दुकान पर कुछ लोग चाय की चुस्की के साथ चुनाव की चर्चा कर रहे थे। वहां पर कमालुद्दीन और हाजी जकी बराबर में साथियों से कह रहे थे कि अबकी बार चुनाव रोचक हो गया है। कांटे की टक्कर नजर आ रही है। तभी सुहैल अनवर ने कहा कि भैया कांग्रेस प्रत्याशी की स्थिति क्या रहेगी। लोगों ने इन्हें तीसरे पायदान पर बताया।
इसके बाद जैसे ही आजाद रोड स्थित वाल्मीकि बस्ती पहुंचे वहां कुछ युवकों के साथ खड़े सचिन ने दोबारा भाजपा प्रत्याशी की जीत का दावा ठोंक दिया। वह अपनी बात की पुष्टि के जातीय आंकड़े पेश करने के साथ ही विकास कार्यों को जीत का आधार बता रहे थे।
शिव नगर के आनंद अपनी दुकान पर साथियों से चर्चा कर रहे थे कि माना कि शहर में गठबंधन प्रत्याशी को वोट ज्यादा पड़ा है लेकिन गांवों में भाजपा प्रत्याशी के हक में जमकर वोटिग हुई। इसलिए अबकी बार कम से कम एक लाख मतों से जीत होगी। कुल मिलाकर नगर में दिनभर गली, मुहल्लों से लेकर चौराहों तक चुनावी चर्चाओं का शोर सुनाई दिया।