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दूध डेयरी के सुपरवाइजर का निकला ट्रैक किनारे मिला शव

गजरौला ओवरब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक किनारे मिले शव की शिनाख्त हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 10:49 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 10:49 PM (IST)
दूध डेयरी के सुपरवाइजर का निकला ट्रैक किनारे मिला शव
दूध डेयरी के सुपरवाइजर का निकला ट्रैक किनारे मिला शव

गजरौला: ओवरब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक किनारे मिले शव की शिनाख्त हो गई है। वह हसनपुर रोड स्थित उमंग डेयरी में सुपरवाइजर थे। पोस्टमार्टम के बाद स्वजन उसके शव को अपने साथ ले गए हैं।

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रविवार की दोपहर करीब दो बजे 35 वर्षीय एक युवक का शव रेलवे ओवरब्रिज के पास दिल्ली रेलवे लाइन किनारे पर पड़ा मिला था। उसके सिर पर गहरी चोट का निशान था व एक पैर मुड़ा हुआ था। चप्पल भी रखी थीं। देररात में उसकी पहचान जिला बाराबंकी के थाना असधरा के गांव दुरुवधा निवासी 33 वर्षीय सतेंद्र प्रताप सिंह पुत्र कृष्ण प्रताप सिंह के रूप में हुई। वह उमंग डेयरी में सुपरवाइजर थे। मेरठ से इलाज चल रहा था। इन दिनों वह बुखार से भी पीड़ित थे। जीआरपी का दावा है कि सुपरवाइजर ने स्वयं ट्रेन के आगे आकर जान दी है। कंपनी अधिकारियों के उत्पीड़न से दुखी था सत्येंद्र : भाई

गजरौला : रेलवे ट्रैक किनारे मिले उमंग डेयरी के सुपरवाइजर सत्येंद्र प्रताप के बड़े भाई धर्मेंद्र प्रताप ने जीआरपी को दी तहरीर में कहा है कि उसके भाई सत्येंद्र का कंपनी के अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा है। इसलिए वह तनाव में रहता था। तहरीर में दो अधिकारियों के नाम देते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उधर, कंपनी के एचआर हेड बीसी शर्मा से बताया कि सत्येंद्र लगभग दस साल से कंपनी में काम कर रहा था। उत्पीड़न करने का आरोप निराधार है। गजरौला में मिले शव के मामले में तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलने के बाद जांच कर मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा।

सुधीर कुमार, प्रभारी निरीक्षक, जीआरपी थाना, मुरादाबाद।


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