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वेतन को भटक रहे शिक्षकों ने बीएसए को घेरा

अमरोहा : सात माह से वेतन नहीं मिलने पर नवनियुक्त शिक्षकों के सब्र का बांध टूट गया। बीएसए का घेराव कर

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 10:55 PM (IST)Updated: Mon, 12 Nov 2018 10:55 PM (IST)
वेतन को भटक रहे शिक्षकों ने बीएसए को घेरा
वेतन को भटक रहे शिक्षकों ने बीएसए को घेरा

अमरोहा : सात माह से वेतन नहीं मिलने पर नवनियुक्त शिक्षकों के सब्र का बांध टूट गया। बीएसए का घेराव कर शिक्षक वेतन दिलाने की मांग पर अड़ गए। बीएसए ने बेसिक शिक्षा सचिव से मोबाइल पर बात कर पूरे प्रकरण से अवगत कराया। वहां से शीघ्र वेतन दिलाने का आश्वासन मिलने के बाद शिक्षक लौट गए।

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दरअसल बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से मार्च 2018 में प्राथमिक परिषदीय विद्यालयों में 64 शिक्षकों की तैनाती की गई थी। इनमें 12 शिक्षक सीबीएससी बोर्ड से पढ़े हुए शामिल हैं। विद्यालयों में तैनाती के एक माह बाद भी जब उन्हें वेतन नहीं मिला तो विभाग के चक्कर लगाने शुरू कर दिए। सात माह तक बेसिक शिक्षा विभाग यह कहकर टालता रहा कि आप अपने प्रमाण पत्रों को ऑन लाइन कराकर सीबीएससी इलाहाबाद से सत्यापन करा लें। लेकिन बोर्ड की वेबसाइट ऑफ लाइन होने पर शिक्षक चार माह तक चक्कर काटते रहे।

बोर्ड ने दो माह पूर्व ही बेसिक शिक्षा विभाग को ऑनलाइन कराकर प्रमाण पत्रों का वेरीफिकेशन करने के निर्देश दि। जिसमें शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर प्रमाणपत्रों को ऑनलाइन कर दिया लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग ने शैक्षिक प्रमाण पत्रों का वेरीफिकेशन नहीं किया। इसके चलते नवनियुक्त शिक्षकों को सात माह से वेतन नहीं मिला।

सोमवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष यशपाल ¨सह के नेतृत्व में शिक्षक बीएसए कार्यालय पहुंचे और बीएसए गौतम प्रसाद का घेराव कर प्रमाण पत्रों का वेरीफिकेशन कर वेतन दिलाने की मांग करने लगे। बीएसए ने प्रमाण पत्रों के वेरीफिकेशन पूरी होने की जानकारी दी तो सात माह का वेतन दिलाने को कहा। बीएसए ने बाद में दिलाने का आश्वासन दिया। शिक्षकों ने लेटर जारी कर पचास हजार रुपये दिलाने को कहा। इस पर बीएसए ने हाथ खड़े कर दिए।

शिक्षकों के नहीं मानने पर बीएसए ने बेसिक शिक्षा सचिव से फोन पर बात कर पूरे प्रकरण से अवगत कराया। बीएसए द्वारा शीघ्र वेतन दिलाने के आश्वासन पर शिक्षक लौट गए। घेराव करने वालों में सोनिया, नरेंद्र ¨सह, निशा, अंशु, अनीता, कल्पना, मंशा, नीरज, सचिन, शशांक, शकील अहमद। शिक्षकों को वेतन वितरित करने में ऑफलाइन व ऑनलाइन व्यवस्था का रोड़ा बना हुआ था। इसके चलते इनके शैक्षिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन नहीं हो सका। अब प्रमाण पत्रों का सत्यापन पूरा हो गया है। शीघ्र ही उनकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।

गौतम प्रसाद, बीएसए, अमरोहा


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