सर्जिकल स्ट्राइक-2 के बाद वेस्ट यूपी में सक्रिय हो सकते हैं स्लीपिंग मॉड्यूल
छह माह में वेस्ट यूपी में आतंकी गतिविधियां बढऩे के बाद 13 जिले स्लीपिंग मॉड्यूल की सक्रियता को लेकर फिर से एजेंसियों के निशाने पर हैं।
अमरोहा [आसिफ अली]। पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कल की कार्रवाई काफी असरदार रही है। भारतीय सेना के आतंकियों के ट्रेनिंग सेंटर और बंकर तबाह करने के बाद अब खुफिया एजेंसियां स्लीपिंग मॉड्यूल को लेकर सक्रिय हो गई हैं।
खुफिया एजेंसियों के मिले इनपुट के मुताबिक वेस्ट यूपी में मौजूद स्लीपिंग मॉड्यूल सक्रिय हो सकते हैं। उनकी तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने भी इस संबंध में प्रदेश भर में किराएदारों का सत्यापन करने के आदेश जारी किया है। जिससे प्रदेश में हर जगह बाहरी लोगों का पता लगाकर उन पर नजर रखी जा सके।
छह माह में वेस्ट यूपी में आतंकी गतिविधियां बढऩे के बाद 13 जिले स्लीपिंग मॉड्यूल की सक्रियता को लेकर फिर से एजेंसियों के निशाने पर हैं। अमरोहा, हापुड़, मेरठ के बाद देवबंद से आतंकी पकड़े जा चुके हैं और अब मुरादाबाद में भी 11 संदिग्ध हिरासत में लिए गए हैं। उनसे भी कल से एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं।
एनआइए से जुड़े सूत्र बताते हैं कि वेस्ट यूपी में अभी स्लीपिंग मॉड्यूल मौजूद हैं। पुलवामा अटैक व भारतीय सेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद आतंकी खुद सामने न आकर वेस्ट यूपी में सक्रिय मॉड्यूल का इस्तेमाल कर सकते हैं। एजेंसियों को मिले इनपुट के मुताबिक अभी वेस्ट यूपी में किराएदार, मजदूर व कारोबार करने की आड़ में आतंकियों के मददगार मौजूद हैं। बौखलाए आतंकी सरगना दहशत फैलाने व नेटवर्क मजबूत करने के लिए इन्हीं स्लीपिंग मॉड्यूल का सहारा ले सकते हैं। लिहाजा एजेंसियां उनकी तलाश में जुट गई हैं।
एजेंसियों को मिले इनपुट को पुख्ता करने के लिए पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने किराएदारों के सत्यापन का आदेश जारी किया है। सूत्रों के मुताबिक कुछ शिक्षण संस्थाएं, प्राइवेट इकाइयों में काम करने वाले बाहरी लोगों पर भी नजर रखी जा रही है।
युवकों की पड़ताल में जुटी एटीएस और खुफिया एजेंसी
आकाश रेजीडेंसी के अपार्टमेंट के दो फ्लैट में 11 संदिग्ध युवकों ने खुफिया महकमे की नींद उड़ा दी है। पुलिस पूछताछ के बाद एटीएस और खुफिया एजेंसी की टीम ने पूछताछ की है। इनमें एक युवक सम्भल के सिरसी का रहने वाला है, जिसके परिवार से भी पूछताछ की गई। युवक के पिता मर्चेट नेवी में हैं। साथ ही मुंबई के सभी युवकों के परिवार वालों से फोन पर बात की गई। संबंधित थानों से भी उनका रिकार्ड मांगा गया है। इन युवकों को खुफिया एजेंसी भी गंभीरता से ले रही हैं। युवकों के यहां आने का असल मकसद तलाशा जा रहा है।
सिविल लाइन के कांठ रोड स्थित आकाश रेजीडेंसी टावर नंबर दो के फ्लैट नंबर 806 और 807 में 10 युवकों के साथ एक युवती सोमवार को मिली थी। आठ दिन से फ्लैट में रह रहे युवकों मुहम्मद शेख, मुद्दसर शेख, उसकी पत्नी ज्योति तिरकी, चंगी खान, मुजफ्फर शेख, शाहनवाज शेख, शहनवाज, अनिकेत और हेमंत मुबंई के बांद्रा और कांदिवली के रहने वाले हैं। उन्हें यहां पर सम्भल के सिरसी का रहने वाला हैदर लेकर आया था। मौके पर पुलिस को 11 लैपटॉप और मोबाइल मिले थे।
लैपटॉप की पड़ताल के लिए दिल्ली से सॉफ्टवेयर इंजीनियर की एक टीम बुलाई है, जो लैपटॉप को खंगाल रही है। मामले की पड़ताल के लिए एटीएस और खुफिया विभाग की टीम मुरादाबाद पहुंची। सीओ राजेश के मुताबिक, सभी युवकों के परिजनों से मुंबई में फोन पर बातचीत की गई है। साथ ही संबंधित थानों से उनका रिकॉर्ड निकलवाया जा रहा है। अभी तक ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया कि युवक किसी अपराध में संलिप्त है।
सभी फ्लैट में नजरबंद
एसएसपी मुरादाबाद जे. रविंदर गौड़ ने बताया कि एजेंसियों की जांच पूरी होने तक सभी को फ्लैट में नजरबंद किया है। उनके परिजनों से भी बातचीत की गई है। मुंबई के सभी थानों से उनकी क्राइम हिस्ट्री मांगी जा रही है। साथ ही हैदर की पड़ताल की जा रही है, जो इन युवकों को मुरादाबाद में लेकर आया था।