अमरोहा की जारा की दर्दनाक कहानी : जिस मां पर था विश्वास, उसी ने ले ली मासूम की जान
उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक क्रूर घटना सामने आई है, जिसमें एक सौतेली माँ ने अपनी गोद ली हुई बच्ची की हत्या कर दी। चार साल पहले बच्ची को गोद लिया गया था। पुलिस ने आरोपी माँ को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
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प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, अमरोहा। मां- यह शब्द अपने आप में ममता, विश्वास और जीवन का पर्याय है। जिस आंचल में बच्चा सुरक्षा और सुकून महसूस करता है, वहीं अगर वही आंचल मौत बन जाए तो पूरा समाज सन्न रह जाता है। मासूम जारा भी सौतेली मां शाइस्ता में यही विश्वास देखती होगी। उसे गोद लेने वाली मां सायरा के निधन के बाद ममता की कमी पूरी करने के लिए शाइस्ता का आंचल मिला था। डेढ़ माह पहले जिस शाइस्ता ने मासूम जारा को मां का प्यार देने का वादा किया था, उसी ने उसे अपने हाथों से हमेशा के लिए सुला दिया। जारा की मुस्कान और ममता की उम्मीदें अब सिर्फ तस्वीरों में कैद रह गईं।
नगर के मुहल्ला कुरैशी की गली नंबर-2 में रहने वाले स्व शफीक के पांच बेटे इकबाल, नईम, इकराम, इस्लाम व मोबीन हैं। दो बेटियां भी हैं। जिनकी शादी हो चुकी है। पांचों भाई मेहनत मजदूरी करते हैं तथा मुहल्ले में ही अलग-अलग मकान में रहते हैं। इस्लाम भी गली नंबर दो में किराए के मकान में पत्नी सायरा के साथ रहता था। दोनों निसंतान थे, लिहाजा चार साल पहले उन्होंने नौगावां सादात के गांव पंजूसराय निवासी कय्यूम से उनकी बेटी जारा को गोद लिया था।
पांच महीना पहले सायरा की बीमारी से मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद बेटी की परवरिश के लिए इस्लाम ने डेढ़ महीना पहले ही संभल के सरायतरीन निवासी तलाकशुदा शाइस्ता से शादी की थी। मासूम जारा भी शाइस्ता में मां की ममता ही देख रही थी। परंतु सौतेली मां उसे ममता का आंचल नहीं दे सकी। बल्कि अपने हाथों से जरा की बात पर गला घोट कर मौत की नींद सुला दिया। शाइस्ता की इस हरकत से हर कोई हैरत में है। मुहल्ले के लोग उसे कोसते रहे।
इस्लाम ने किया सिपुर्दे खाक
जिस बेटी को हंसता खेलता देख इस्लाम के चेहरे पर सुकून की लकीरें आती थीं, शुक्रवार को उसे अपने हाथ से सुपुर्दे खाक करना पड़ा। चार साल पहले उसने जारा को गोद लिया था। हालांकि जारा के माता-पिता कय्यूम व उसकी पत्नी भी शुक्रवार को मुहल्ला कुरैशी पहुंच गए थे। परंतु इस्लाम ने शव पोस्टमार्टम हाउस से लाकर खुद ही सुपुर्दे खाक करने का फैसला किया। जिस पर कय्यूम व उसकी पत्नी ने भी सहमति दी। लिहाजा शुक्रवार सुबह मासूम के शव को सुपुर्दे खाक कर दिया गया।
निशान दे रहे थे बर्बरता की गवाही
जारा के शरीर पर बने पिटाई के निशान बर्बरता की गवाही दे रहे थे। हालांकि निशान देख कर गुरुवार को ही स्पष्ट हो गया था कि मासूम की मौत सामान्य या हादसा नहीं है। उसके साथ अनहोनी हुई है। क्योंकि शरीर के अधिकांश हिस्से पर पिटाई के नीले निशान बने थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक जारा के गला, सीना, पेट, कमर व टांगों पर सौ से अधिक निशान बने हुए थे। यानि शाइस्ता से बेहरहमी के साथ मासूम की पिटाई की थी।
मंडी धनौरा में भी चाचा-चाची ने ली थी भतीजी की जान
मंडी धनौरा: गुरुवार को अमरोहा में सौतेली मां शाइस्ता ने मासूम बेटी की जान अपने हाथ से ली है तो ऐसा ही एक दिल दहलाने वाला मामला 18 जनवरी 2025 को मंडी धनौरा के गांव पत्थरकुटी में भी सामने आया था। यहां रहने वाले लोकेश के भाई व भाभी अलग-अलग समय अचानक लापता हो गए थे। उनकी पांच साल की बेटी को लोकेश व उसकी पत्नी रजिया पाल रहे थे।
अब बेटी पिता की संपत्ति की वारिस थी तो लोकेश व उसकी पत्नी के मन में संपत्ति का लालच आ गया था। 18 जनवरी को दोनों ने पहले बच्ची के साथ मारपीट की थी तथा बाद में गला घोटकर हत्या कर दी थी। उन्होने लोगों से कहा था कि वह छत से गिरी है। ग्रामीणों के विरोध पर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी। बाद में लोकेश व रजिया को जेल भेज दिया था।

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