चौकी में सीज खड़ी डग्गामार गाड़ी, बन गया प्रदूषण प्रमाण-पत्र
गजरौला औद्योगिक नगरी में चालक न सिर्फ डग्गामारी के लिए बदनाम हैं बल्कि फर्जीवाड़ा भी करते हैं।
गजरौला : औद्योगिक नगरी में चालक न सिर्फ डग्गामारी के लिए बदनाम हैं बल्कि यह सरकारी जुर्माना से बचने के लिए फर्जीवाड़ा करने में भी माहिर हैं। एआरटीओ ने एक डग्गामार मैजिक को सीज किया। चालक ने प्रदूषण के जुर्माने से बचने के लिए दस घंटे बाद ही बिना गाड़ी के दूसरी गाड़ी पर नंबर प्लेट लगवाकर प्रमाण पत्र बनवा लिया। इसकी जानकारी परिवहन विभाग को हुई तो जांच शुरू कर दी गई है।
मामला 26 जुलाई का है। सुबह 8:58 बजे एआरटीओ अश्वनी राजपूत ने सादुल्लेपुर गांव के पास डग्गामार मैजिक को रोका। प्रदूषण प्रमाणपत्र, ड्राइविग लाइलेंस नहीं होने व टैक्स जमा न होने पर सीज कर औद्योगिक पुलिस चौकी पर खड़ा करा दिया।
इस वाहन के चालक ने चालाकी दिखाते हुए उसकी नंबर प्लेट दूसरी मैजिक गाड़ी पर लगाकर दस घंटे बाद यानी 6:28 बजे प्रदूषण प्रमाण पत्र बनवा लिया। ताकि प्रदूषण के जुर्माना से बच सके। इस मामले में प्रदूषण केंद्र का संचालक भी कठघरे में है। उसने बिना जांच-पड़ताल के गाड़ी का प्रदूषण प्रमाण पत्र कैसे बना दिया। जबकि गाड़ी चौकी पर खड़ी और स्थिति भी बेहतर नहीं है। मामला परिवहन विभाग के अधिकारियों के पास पहुंचा तो जांच शुरू कर दी गई है।
एआरटीओ अश्वनी राजपूत ने पुष्टि करते हुए बताया गाड़ी उन्हीं के द्वारा सीज की गई थी अगर, ऐसा किया गया है तो गलत है। चालक गाड़ी छुड़ाने आएगा तो उसके कागजों की भी जांच होगी। उधर, एसएसआइ प्रमोद पाठक ने बताया कि गाड़ी औद्योगिक पुलिस चौकी पर खड़ी होने की जानकारी मिली है। परमिट खत्म तो कुछ कागजों में कंडम हो गए वाहन
गजरौला : औद्योगिक नगरी में डग्गामार वाहन न सिर्फ लोगों की जिदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं बल्कि यातायात के नियमों की भी धज्जियां उड़ा रहे हैं। बताते हैं कि सड़कों पर बेखौफ होकर दौड़ने वाले वाहनों में किसी के पास परमिट नहीं है तो कोई वाहन कागजों में कंडम हो चुका है लेकिन, इसके बाद भी वह सड़कों पर दौड़ रहा है। पुलिस व परिवहन विभाग द्वारा इन वाहनों के कागजों का सत्यापन करने में भी रुचि नहीं दिखाई जाती है।