सैल्यूट कायम रजा! बेटों को बनाया फौजी
अमरोहा(आसिफ अली) : अमूमन लोग चाहते हैं कि उनके बेटे पढ़-लिख कर अच्छी तनख्वाह व आराम वाली नौकरी करें।
अमरोहा(आसिफ अली) : अमूमन लोग चाहते हैं कि उनके बेटे पढ़-लिख कर अच्छी तनख्वाह व आराम वाली नौकरी करें। परंतु कायम रजा ने अपने दोनों बड़े बेटों को फौज में भर्ती करा कर देश सेवा के लिए भेज दिया। दोनों बेटे फौजी हैं तथा देशसेवा कर रहे हैं। अब तीसरे व सबसे छोटे बेटे को भी फौज में भर्ती कराने की तैयारी करा रहे हैं। वह एनसीसी कैडेट है तथा अभी पढ़ाई कर रहा है। बेटों के फौज में भर्ती होने के बाद न सिर्फ कायम रजा का सीना गर्व से चौड़ा है बल्कि दोनों बेटे भी पिता की हसरत को पूरा कर रहे हैं। अब फौजियों का पिता कहलाते हुए कायम रजा खुद को गौरवांवित महसूस करते हैं। पिता ने दो बेटों के फौज में भर्ती कराया
-नगर के मुहल्ला बगला में कायम रजा का परिवार रहता है। कायम रजा पेशे से किसान हैं। गांव में उनकी पुश्तैनी जमीन है तथा उस पर खेतीबाड़ी करते हैं। परिवार में पत्नी इरफान जहरा के अलावा चार बेटी शादाब जहरा, फौजिया कुलसुम, समरीन जहरा तथा महविश जहरा के अलावा तीन बेटे सायम रजा, आजिम रजा व आसिम रजा हैं। वालिद कायम रजा ने किसानी करते हुए सभी सात बच्चों को बेहतर तालीम दिलाने की पहल की। उन्हें पढ़ाया लिखाया। बड़ी बेटी शादाब जहरा बीएड कर रही हैं। जबकि शेष तीनों बेटियां भी पढ़ाई कर रही हैं। कायम रजा ने अपने दोनों बड़े बेटों सायम रजा व आजिम रजा को पढ़ाई कराने के साथ ही फौज में भर्ती होने के लिए भी प्रेरित किया। इसकी तैयारी करने के लिए वह दोनों बेटों प्रतिदिन सुबह अभ्यास के लिए उठाते थे। अपनी देखरेख में दौड़, दंड-बैठक व अन्य सभी शारीरिक अभ्यास कराते थे। दोनों बेटों ने भी कायम रजा की उम्मीदों को पूरा किया। सबसे पहले बड़ा बेटा सायम रजा दो साल पहले फौज में भर्ती हो गया। वर्तमान में उसकी तैनाती चंडीगढ में है। जबकि बीते साल छोटे भाई आजिम रजा ने भी फौज में भर्ती होकर वालिद का सीना चौड़ा कर दिया। आजिम रजा की तैनाती वर्तमान में पूना में है। दो बेटों के फौजी बनने के बाद कायम रजा का मकदस पूरा नहीं हुआ। तीसरा बेटा भी कर रही फौज में भर्ती होने की तैयारी
-अब वह तीसरे व सबसे छोटे बेटे आसिम रजा को भी फौज में भर्ती कराना चाहते हैं। वह भी पिता के सपने को साकार करने में जी-जान से जुटा है। बारहवीं का छात्र आसिम रजा एनसीसी का कैडेट भी है तथा फौज में भर्ती होने की तैयारी कर रहा है। देशसेवा करने वाले दो बेटों के पिता कायम रजा कहते हैं कि उनके बेटे फौजी हैं इसे लेकर खुशी होती है। लोग कहते हैं कि फौजियों के पिता जा रहे हैं। जिसे सुनकर सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। वह बताते हैं कि तीसरे बेटे को भी फौज में भर्ती कराएंगे।