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शिरोमणि अकाली दल का योगी आदित्यनाथ सरकार पर गंभीर आरोप

योगी आदित्यनाथ सरकार से उन्होंने इनके गुनहगारों की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट भेजने की मांग की थी लेकिन यह अभी तक नहीं भेजी गई है। इसमें कुछ दाल में काला लगता है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 03 May 2018 03:47 PM (IST)Updated: Thu, 03 May 2018 03:49 PM (IST)
शिरोमणि अकाली दल का योगी आदित्यनाथ सरकार पर गंभीर आरोप
शिरोमणि अकाली दल का योगी आदित्यनाथ सरकार पर गंभीर आरोप

अमरोहा (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में अकाली दल को सक्रिय करने की मुहिम तेज हो रही है। इसी अभियान के तहत शिरोमणि अकाली दल के उत्तर प्रदेश प्रभारी कुलदीप सिंह भोगल आज अमरोहा के गजरौला पहुंचे थे।

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अमरोहा में उनका जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि वह यहां अपनी प्रधान इकाई के निर्देश पर पहुंचे हैं। उन्हें देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में अपना संगठन खड़ा करना है। इसके लिए उन्होंने आज से ही उत्तर प्रदेश का दौरा शुरू किया है। आज ही गजरौला आने का मकसद भी यही है। उनका दल लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दलों में है और आगे भी बना रहेगा।

उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल धार्मिक और राजनीतिक दोनों तरह का संगठन है। कुछ मुद्दों को लेकर हम केंद्र के साथ उत्तर प्रदेश सरकार से बेहद नाराज हैं। कुलदीप सिंह भोगल ने कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों में सबसे ज्यादा नुकसान दिल्ली के बाद उत्तर प्रदेश के लखनऊ व कानपुर के सिखों को उठाना पड़ा था। यहां 127 सिखों का नरसंहार किया गया था। करोड़ों की संपत्ति फूंकी गई थी।

योगी आदित्यनाथ सरकार से उन्होंने इनके गुनहगारों की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट भेजने की मांग की थी लेकिन यह अभी तक नहीं भेजी गई है। इसमें कुछ दाल में काला लगता है।

उन्होंने कहा कि यहां अल्पसंख्यक होने के प्रमाण पत्र जारी नहीं किए जा रहे हैं। सिखों के इतिहास से भी छेड़छाड़ की जा रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इतिहास गवाह है कि सिखों ने अपनी जान की कुर्बानी देकर हिदुओं की रक्षा की है। संघ समेत कुछ ताकतें इससे छेड़छाड़ कर रही हैं। इससे जन जन को अवगत कराने निकले हैं। उन्होंने कहा कि अकाली दल खालिस्तान की मांग का समर्थन नहीं करता है। खालिस्तान की मांग करने वाले अकाली दल के दुश्मन हैं। उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 


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