बारिश से लबालब हुईं सड़कें, घंटों रहा आवागमन बाधित
मूसलाधार बारिश होने से कुछ ही देर शहर की सड़कें जलमग्न हो गईं। नाले-नालियां चोक होने से वह उफन गए और उनका गंदा पानी-सिल्ट सड़कों पर आ गई। जिससे राहगीरों और वाहनों के आवागमन में परेशानी हुई। वहीं बारिश से होने से लोगों ने उमस भरी गर्मी से राहत की सांस ली। किसानों के चेहरे भी खिल गए।
अमरोहा : मूसलधार बारिश होने से कुछ ही देर शहर की सड़कें जलमग्न हो गईं। नाले-नालियां चोक होने से वह उफन गए और उनका गंदा पानी-सिल्ट सड़कों पर आ गई। जिससे राहगीरों और वाहनों के आवागमन में परेशानी हुई। वहीं बारिश से होने से लोगों ने उमस भरी गर्मी से राहत की सांस ली। किसानों के चेहरे भी खिल गए।
शनिवार की सुबह से ही आसमान में बदली छाई हुई थी। जिससे तापमान में भी कुछ नरमी थी, लेकिन नौ बजे के बाद हल्की-हल्की बूंदा-बांदी होने लगी। जिससे मौसम और खुशनुमा बन गया। साढ़े नौ बजे से जमकर बारिश होने लगी। जिससे लोगों ने गर्मी से राहत की सांस ली। बारिश का सिलसिला 11 बजे तक चलता रहा। जिससे शहर के नाले-नालियां चोक होने से उफन गए और उनका गंदा पानी, सिल्ट सड़कों पर आ गई। नगर की सड़कों ने ताल तलैया का रूप धारण कर लिया। जिससे दानिशमंदान, मंडी चौक, कोतवाली रोड, कोट चौराहा, गांधी मूर्ति चौराहा, आजाद रोड, बेगम सराय चौराहा, आंबेडकर पार्क चौराहा, लकड़ा चौराहा, तहसील रोड आदि चौराहे जलमग्न हो गए। जिसके चलते पैदल चलने वाले और वाहनों का निकलना दूभर हो गया। घंटों लोगों का आवागमन बाधित रहा।
बारिश फसलों के लिए वरदान
अमरोहा : बारिश होने से आमजनों ने भीषण गर्मी से राहत की सांस ली। वहीं क्षेत्रीय सभी किसानों के चेहरे भी खिल उठे। बारिश गन्ना, धान उड़द, मूंग आदि फसलों के लिए वरदान साबित हुई। वहीं तराई वाले क्षेत्रों में कुछ सब्जियों के हानिकारक साबित हुई। पीरगढ़ गांव के किसान परम सिंह यादव, गुलड़िया के अहमद हसन, खुर्शीद, मंगूपुरा के रमेश कुमार ने बताया कि बारिश नहीं होने से गन्ना, धान की खेती सबसे अधिक प्रभावित हो रही थी। किसान ट्यूबवेल से पानी देते परेशान हो गए थे, लेकिन बारिश होने से सभी फसलों को फायदा पहुंचा है। वहीं कुछ सब्जी उत्पादकों का कहना है कि बारिश होने से तराई वाले क्षेत्रों की सब्जियां प्रभावित होंगी।