गन्ना किसानों की 541 शिकायतों का निस्तारण
तीन दिवसीय सट्टा प्रदर्शन मेले में पहले दिन आयीं
अमरोहा: गन्ना समिति परिसर में आयोजित तीन दिवसीय गन्ना सट्टा प्रदर्शन के पहले दिन 825 किसानों ने गन्ना सट्टे से संबंधित शिकायतें दर्ज कराईं। इनमें से गन्ना विभाग के अधिकारियों ने 541 शिकायतों का मौके पर निराकरण करा दिया। जबकि अवशेष शिकायतों का तीन दिन में निराकरण करने के निर्देश जिला गन्ना अधिकारी ने गन्ना पर्यवेक्षकों को दिए। गन्ना सर्वें का काम पूरा हो चुका है। गन्ना किसानों के सट्टे भी तैयार हो चुके हैं। यदि किसी किसान को सट्टे को लेकर कोई आपत्ति है तो उनके लिए समिति परिसर में तीन दिवसीय सट्टा प्रदर्शन मेले का आयोजन किया गया है। 28 सितंबर तक चलने वाले इस मेले के पहले दिन समिति से जुड़े 825 किसानों ने सट्टे को लेकर अपनी आपत्तियां दर्ज कराईं। जिनमें से जिला गन्ना अधिकारी हेमेंद्र प्रताप सिंह ने 541 आपत्तियों का मौके पर ही निस्तारण करा दिया। श्री सिंह ने कहा कि जिन गन्ना किसानों ने गन्ना सर्वेक्षण के समय अपना घोषणा पत्र, भू-राजस्व अभिलेख एवं आधार कार्ड जमा नहीं किए हैं वह मेले में अपने अभिलेख सम्बन्धित गन्ना पर्यवेक्षक को जमा कर दें। अन्यथा की स्थिति में पेराई सत्र में उनके सट्टा संचालन पर रोक लगा दी जाएगी। जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि यह किसानों के लिए अंतिम अवसर है। सट्टे को लेकर जिस किसी किसान की कोई समस्या है तो वह उसे दुरुस्त करा ले। अन्यथा की स्थिति में बाद में संशोधन नहीं किया जाएगा। इस दौरान गन्ना समिति के सचिव जीपी गोस्वामी समेत गन्ना विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
गन्ना पर्यवेक्षक पर मनमानी का आरोप
अमरोहा: समिति स्तरीय सट्टा प्रदर्शन मेले में पहले दिन 825 किसानों ने गन्ना सर्वे पर सवाल उठाते हुए अपनी-अपनी शिकायत दर्ज कराई। समिति क्षेत्र के गांव हासमपुर निवासी राहुल सिंह ने आरोप लगाया कि पिता जी की मृत्यु के बाद जमीन मां एवं भाई के साथ ही उसके नाम आ गई। पिछले पेराई सत्र तक तीनों की अलग-अलग 77-77 पर्चियां आती थीं। लेकिन इस बार गन्ना पर्यवेक्षक मनमानी करते हुए उनका सट्टा कम कर दिया। महज 30-30 पर्चियां उनके सट्टे में हैं। पीड़ित ने सट्टा प्रदर्शन मेले में शिकायत करने के साथ ही जिलाधिकारी उमेश मिश्र को शिकायती पत्र देकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।