रीडिग चढ़ी न घूमे मीटर, कई-कई हजार के निकल रहे बिल
एक तरफ लॉकडाउन ने लोगों की कमर तोड़ रखी है और दूसरी तरफ।
सौरव प्रजापति, गजरौला : एक तरफ लॉकडाउन ने लोगों की कमर तोड़ रखी है और दूसरी तरफ बिजली विभाग के कारनामे से उपभोक्ता परेशान हैं। हर माह पांच-सौ रुपये का आने वाला बिजली का बिल लॉकडाउन में दुकानें बंद होने के बाद भी हजार रुपये से ऊपर का निकल रहे हैं। ऐसे में उपभोक्ता विभागीय अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।
जी हां, लॉकडाउन में दुकानें बंद रही। ऐसे में बिजली का उपयोग भी नहीं है। बिजली नहीं चलने से न तो रीडिग चढ़ी और न ही मीटर घूमा। इसके बाद भी बिजली के बिल कई कई हजार के निकल रहे हैं। ऐसा एक-दो उपभोक्ता के साथ नहीं बल्कि कई हैं। जो इस समस्या से परेशान हैं। वह बिजली बिल ठीक कराने के लिए अधिकारियों के द़फ्तरों में जा रहे हैं। अधिकारी भी इधर-उधर की बातें बताकर टरका देते हैं। दुकानों की बात तो दूर मकानों के बिजली बिलों की हालत भी कुछ ऐसी ही है। हां, एक बार को मकानों के बिल बढ़ने की बात गले उतर रही है। चूंकि लॉकडाउन में लोग घरों में रहे हैं तो बिजली का उपयोग भी अधिक हुआ। लेकिन, बंद दुकानों का बिजली बिल अधिक पहुंचने से विभाग कठघरे में खड़ा हो रहा है।
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मामला-1
- मुहल्ला नई बस्ती निवासी इबले हसन की नाई की दुकान है। लॉकडाउन में दुकान अप्रैल व मई दोनों माह बंद रही। बिलकुल भी बिजली का उपयोग नहीं है। इसके बाद भी 1700 रुपये का बिल निकला। अब बिजली विभाग के दफ्तरों में चक्कर काट रहे हैं।
------- मामला-2 - मंडी समिति रोड पर अहसान की भी नाई की दुकान है। दो माह से अधिक दुकान बंद रही। इसके बाद भी 3500 रुपये का बिल पहुंचा है। बिजली विभाग के अधिकारियों से भी गुहार लगाई जा रही है। लेकिन, कोई भी सुनने के लिए तैयार नहीं है।
----------- मामला-3
- मुहल्ला टीचर्स कालोनी निवासी कपिल कुमार के घर एक किलोवॉट का मीटर लगा हुआ है। अमूमन प्रत्येक माह एक हजार के करीब का बिल आता है लेकिन, इस बार दो माह का सात हजार रुपये पहुंचा है। बिजली विभाग के दफ्तर गए तो सिर्फ जांच करने का आश्वासन दिया है। अभी तक हुआ कुछ नहीं है।
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वर्जन -
- अधिक बिल आने की शिकायतें मिल रही हैं। लॉकडाउन में बिजली का उपयोग भी अधिक हुआ है लेकिन, बंद दुकानों के भी अधिक बिल आने की बात वाकई जांच का विषय है। बिलों की जांच करने के लिए कहा गया है।
-- रविद्र सिंह, एसडीओ, बिजलीघर, गजरौला।