गरीबों के निवाले पर झपट्टा मार रहे राशन माफिया
अमरोहा लॉकडाउन के दौरान सरकार ने गरीबों को मुफ्त में राशन मुहैया कराया था।
अमरोहा: लॉकडाउन के दौरान सरकार ने गरीबों को मुफ्त में राशन मुहैया कराया, संपन्न लोगों ने भी जरूरतमंद लोगों को मदद की परंतु जिले में सक्रिय राशन माफिया गरीबों के लिए मिले राशन पर झपट्टा मारने से नहीं चूके। दो महीने में राशन डीलरों द्वारा ब्लैक किया गया आठ सौ कुंतल से अधिक सरकारी गेहू व चावल पकड़ा जा चुका है।
25 मार्च को लॉकडाउन लागू हुआ। हालात देखते हुए प्रदेश सरकार ने शहर व ग्रामीण क्षेत्र के गरीब लोगों को मुफ्त में राशन वितरिण करने का आदेश दिया। इसी बीच जिले में राशन माफिया सक्रिय हो गए तथा राशन डीलरों से साठगांठ कर गरीबों के लिए आने वाला राशन ब्लैक में खरीदना शुरू कर दिया। जिले में बड़े पैमाने पर चोरी-छिपे राशन की खरीद-फरोख्त हुई। मुखबिरी भी हुई तथा राशन माफिया का खरीदा गया गल्ला पकड़ा भी गया परंतु अधिकांश मामलों में पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी आरोपितों की तह नहीं पहुंच सके।
अब भी जिले में बड़े पैमाने पर सरकारी राशन की कालाबाजारी हो रही है। लॉकडाउन लगने के बाद से जिले में अब कर 803 कुंतल सरकारी गेहू व चावल पकड़ा जा चुका है। यानि गरीबों को मिलने वाला राशन ब्लैक में बेच कर मुनाफा कमाया जा रहा है। अब तक पकड़ा गया सरकारी राशन-
हसनपुर- 71 कुंतल।
डिडौली- 230 कुंतल।
रजबपुर- 450 कुंतल।
नौगावां सादात- 45.25 कुंतल।
अमरोहा नगर- 7 कुंतल। गढ़ मुक्तेश्वर का राशन माफिया सक्रिय
अमरोहा: दरअसल सरकारी राशन की खरीद-फरोख्त में गढ़ मुक्तेश्वर का राशन माफिया प्रमुख है। उसने जिले के प्रत्येक ब्लाक में अपने गुर्गे उतार रखे हैं तथा वह राशन डीलरों से कम कीमत पर सरकारी राशन खरीदते हैं। खुद को सत्ताधारी दल के एक नेता का करीबी बताकर अफसरों पर रौब गांठने वाला यह राशन माफिया ही सरकारी राशन को मिल तक पहुंचाता है।