औद्योगिक नगरी में उल्लास से मना रक्षाबंधन का पर्व
गजरौला औद्योगिक नगरी में रक्षाबंधन का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
गजरौला : औद्योगिक नगरी में रक्षाबंधन का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी तो वहीं भाइयों ने भी जिदगी भर रक्षा करने का वचन दिया।
सोमवार को सुबह से ही बहनों द्वारा प्यार भरी डोर से भाइयों की कलाई सजाने का सिलसिला शुरू हो गया। नन्हे-मुन्ने भाई-बहनों ने नए कपड़े पहनकर पर्व मनाया। विधायक राजीव तरारा को उनकी बहन प्रभा देवी व मिथलेश ने राखी बांधी। मुहल्ला चौधरी चरण सिंह में जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी सरिता ने अपने गनर की हाथ पर राखी बांधी। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थानीय केंद्र संचालिका बीके विमल ने भाजपा नेता एवं जिला पंचायत अध्यक्ष पति चौधरी भूपेंद्र सिंह के राखी बांधी। उधर, ग्रामीण क्षेत्रों में भी रक्षाबंधन का त्योहार उल्लास के साथ मनाया गया। हसनपुर में प्यार की डोर बांधकर की दीर्घायु की कामना
हसनपुर, जासं : तहसील क्षेत्र में बहन भाइयों के अटूट बंधन का पावन पर्व रक्षाबंधन धूमधाम से मनाया गया। सोमवार को दिन निकलते ही सड़कों पर रक्षाबंधन मनाने वाली महिलाएं घरों से निकल गई। बाजार एवं चौराहों सहित राखियों एवं मिठाई की दुकानों पर दिन भर महिलाएं जुटी रहीं। विधायक महेंद्र सिंह खडगवंशी की बहन बबीता देवी एवं दूसरी बहनों उनके घर पहुंचकर राखी बांधी। मुख्यमंत्री के ओएसडी अभिषेक कौशिक एवं भाजपा के जिला महामंत्री अभिनव कौशिक ने अपने सैदनगली स्थित आवास पर पहुंचकर बहनों से राखी बंधवाई। शाहजहां ने मुकेश के हाथ में राखी बांधी
हसनपुर : रक्षाबंधन के पावन पर्व पर मुस्लिम बहन शाहजहां ने मुंह बोले भाई मुकेश गुप्ता के हाथ में राखी बांधी। व्यापारी सुरक्षा फोरम के जिला उपाध्यक्ष मुकेश गुप्ता के शाहजहां करीब बीस साल से लगातार राखी बांधती चली आ रही हैं। इस वर्ष भी निर्धारित समय पर वह राखी लेकर पहुंची। पहले तिलक कर मुंह मीठा कराया बाद में उनकी कलाई में राखी बांधी। भाई मुकेश गुप्ता ने भी उपहार देकर बहन को सुरक्षा का वचन दिया। मंडी धनौरा में धूमधाम से मना रक्षाबंधन
मंडी धनौरा : भाई बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन का त्योहार पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने भाइयों के हाथ पर राखी बांध कर मिठाई खिलाई तथा माथे पर रोली एवं चावल का तिलक किया। साथ ही उनकी दीघार्यु के लिए भगवान से प्रार्थना की। भाईयों ने भी अपने कर्तव्य का निवर्हन करते हुए बहनों को राखी बंधवाने के पश्चात उपहार भेंट किए तथा उनके हर दुख-सुख में शामिल रहने का वचन दिया।