क्वारंटाइन सेंटरों का खेल हो रहा खत्म, 26 पर लटका ताला
अमरोहा जिले के क्वारंटाइन सेंटरों का खेल खत्म हो गया है। 26 क्वारंटाइन सेंटरों पर ताले लटक गए हैं।
अमरोहा : जिले के क्वारंटाइन सेंटरों का खेल खत्म हो रहा है। 26 क्वारंटाइन सेंटरों पर ताले लटक गए हैं। अब महज दो क्वारंटाइन सेंटर खुले हैं। इनमें आशंकित मरीजों को भर्ती किया जा रहा। दोनों क्वारंटाइन सेंटरों की आशंकित मरीज भर्ती करने की क्षमता भी कम है।
जिले में कोरोना आशंकित मरीजों को भर्ती करने के लिए 28 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए थे। इनमें आशंकितों के नमूने लेकर भर्ती कराया जाता था। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी मरीजों को 14 दिन तक वार्ड में ही रहना पड़ता था। उसके बाद उसे होम क्वारंटाइन के लिए रवाना किया जाता था। शासन की तरफ से मुफ्त खाना व अन्य सुविधाएं थीं।
धीरे-धीरे स्वास्थ्य विभाग ने क्वारंटाइन सेंटर बंद करने शुरू कर दिए, क्योंकि अब मरीजों की निगेटिव रिपोर्ट आने पर उन्हें तुरंत ही होम क्वारंटाइन के लिए डिस्चार्ज कर दिया जाता है। मौजूदा हालत यह है कि आशंकित मरीजों भर्ती कराने के नाम पर गजरौला का संजीवनी और सुभारती क्वारंटाइन ही संचालित है। अन्य 28 क्वारंटाइन सेंटरों पर ताला लग चुका है। विभागीय अधिकारी शासन के निर्देश पर क्वारंटाइन सेंटरों को बंद करने की बात कह रहे हैं। सेंटरों में 200 मरीजों को भर्ती करने की क्षमता
अमरोहा : एसीएमओ डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि वर्तमान में गजरौला के सुभारती और संजीवनी क्वारंटाइन सेंटर संचालित हैं। इनमें 200 आशंकित मरीजों को भर्ती करने की क्षमता है। ज्यादा आशंकित मरीज मिलते हैं तो इनमें 300 मरीज तक भर्ती हो सकते हैं। अभी मरीजों की इतनी संख्या नहीं है।