पेंशन बहाली को जुटे प्रांतीय पदाधिकारी
जनपदीय पदाधिकारियों के साथ ही पुरानी पेंशन बहाली को प्रांतीय पदाधिकारी भी पूरी तन्मयता से जुट गए हैं। गुरुवार को जहां राज्य कर्मियों से एकजुटता का आह्वान किया, वहीं
अमरोहा: जनपदीय पदाधिकारियों के साथ ही पुरानी पेंशन बहाली को प्रांतीय पदाधिकारी भी पूरी तन्मयता से जुट गए हैं। गुरुवार को जहां राज्य कर्मियों से एकजुटता का आह्वान किया, वहीं 8 अक्टूबर को लखनऊ में आयोजित आंदोलन को पूरी तरह से सफल बनाने की अपील की।
ब्लाक परिसर में आयोजित समरोह में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश महामंत्री शिववरन ¨सह यादव ने कहा कि हम सरकार से कोई भीख नहीं मांग रहे हैं, अपना अधिकार मांग रहे हैं। अपने बुढ़ापे का सहारा मांग रहे हैं, जो हमे मिलता था और इन्होंने छीन लिया है, जबकि नियन्त्रक महालेखा परिक्षक ने भी अपनी रिपोर्ट 2017-18 में लिखा है कि पुरानी पेंशन सिस्टम ठीक था नये में कोई निश्चितता नहीं हैं। कृषि सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष राधा रमण ¨सह ने कहा कि 8 अक्तूबर को लखनऊ में कर्मचारियों और शिक्षकों का जनसैलाब सड़कों पर होगा क्योंकि सरकार अपनी हठधर्मिता पर है और कर्मचारियों की नाराजगी ले रही है, यदि हठधर्मिता छोड़कर पुरानी पेंशन बहाल नहीं कि तो आगामी चुनाव में कर्मचारी और शिक्षक अपना बदला चुकाने में पीछे नहीं रहेंगे। प्रदेश महामंत्री डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ दिवाकर राय ने कहा कि कर्मचारियों और शिक्षकों से विरोध लेकर सरकार स्वयं अपने लिए कठिनाई पैदा कर रही है, 8 अक्तूबर को कर्मचारियों और शिक्षकों के लखनऊ में जाने वाले जनसैलाब से जो अराजकता पैदा होगी उसकी जिम्मेदार सरकार होगी। परिषद के जिलाध्यक्ष शिवेन्द्र ¨सह चिकारा और यशपाल ¨सह अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ व पुरानी पेंशन बहाली मंच के पदाधिकारियों ने सभी प्रदेश पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि जनपद अमरोहा के सभी कर्मचारी और शिक्षक 8 अक्तूबर को अव्श्य लखनऊ रैली में भाग लेंगे। मंडल महामंत्री सैयद आसि़फ हुसैन और मन्डल अध्यक्ष जेपी मोर्य ने अमरोहा के पिछले दो चरण के आंदोलन कार्यक्रमों की तारी़फ की। समारोह में अनूप ¨सह पैसल, कुलवन्त ¨सह, ओमकार ¨सह, रविन्द्र ¨सह, विपिन यादव, पवित्र चौहान, अशोक कुमार, इंद्रजीत, मीनाक्षी, ज्योति विश्नोई, हेमलता, राजपाल ¨सह, धर्मपाल ¨सह, हरेन्द्र ¨सह, नरेन्द्र ¨सह, रनवीर ¨सह, प्रमोद कुमार, गौरव गन्धर्व, पंकज शर्मा, विपिन चौहान आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे। संचालन मुकेश चौधरी ने किया।