पनबाड़ी तालाब से कब्जा हटवाने में लापरवाही पर हटे एसडीएम
जेएनएन, अमरोहा: शहर के पनबाड़ी तालाब से कब्जा हटवाने में हीलाहवाली करने और अवैध तरीके से प्लाटों की बाउंड्रीवाल होने का मामला दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बावजूद तहसील प्रशासन कार्रवाई के बजाय बहानेबाजी करता रहा। जब प्रकरण डीएम बीके त्रिपाठी के संज्ञान में आया तो वह सख्त हो गए। उन्होंने एसडीएम सदर विजय शंकर को हटाकर कलक्ट्रेट में तैनात एसडीएम अनिल कुमार को तहसील की कमान सौंप दी।
प्रदेश सरकार तालाबों को अमृत सरोवर बना रही है ताकि, बारिश के पानी को संरक्षित किया जा सके। डीएम ने शहर के पनबाड़ी, कुशक व रायपुर गांव स्थित तालाब को अमृत सरोवर के रूप में चयनित कर विकसित करने के आदेश तहसील व पालिका के अफसरों को दिए थे। पनबाड़ी तालाब को कब्जा मुक्त कराने के लिए कहा था लेकिन, एसडीएम सदर ने एक भवन पर बुलडोजर(बैकहो लोडर) चलवाकर केवल औपचारिकता पूरी कर दी। कुछ हिस्सा तोड़ा और बाकी छोड़ दिया था। इसी बीच मौका देखते ही कुछ लोगों ने प्लाटों की बाउंड्रीवाल कर गेट लगा दिया। इस खेल में तहसील प्रशासन की भूमिका संदिग्ध थी। दैनिक जागरण ने इस प्रकरण को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया। इसके बाद डीएम गंभीर हो गए। उन्होंने एसडीएम सदर को हटाकर कलक्ट्रेट से संबद्ध कर लिया और उनकी जगह एसडीएम द्वितीय को तैनात कर दिया। डीएम द्वारा किए गए इस बदलाव से अब बाउंड्रीवाल कराने वालों में खलबली मची है। नए एसडीएम द्वारा इस बाउंड्रीवाल को तोड़ने की आशंका जताई जा रही है। भू-माफिया से लेकर कुछ नेताओं में भी डीएम के इस कदम से हड़कंप मचा है। इस खेल में संलिप्त एक लेखपाल पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।