गजरौला में यातायात नियमों की अनदेखी, सड़कों पर दौड़ रहे गन्ना लदे ओवरलोड ट्रक और ट्रैक्टर ट्रॉलीे
गजरौला में यातायात नियमों का उल्लंघन हो रहा है। हाईवे पर गन्ने से लदे ओवरलोड ट्रक दौड़ रहे हैं, जिन पर कोई रोक-टोक नहीं है। ई-रिक्शा और स्कूल वैन में ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, गजरौला। नगर में इन दिनों भले ही पुलिस और संभागीय परिवहन विभाग द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रतिदिन चेकिंग की जा रही है, लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल उलट दिखाई दे रही है। सड़क पर कहीं भी यातायात नियमों का पालन होते नहीं दिख रहा। हाईवे से लेकर संपर्क मार्गों तक गन्ने से लदे ओवरलोड ट्रक व ट्रैक्टर ट्राली दौड़ रहे हैं।
स्थिति यह है कि कई ट्रक क्षमता से दोगुना और तीन गुना गन्ना लादकर थाने और पुलिस चौकियों के सामने से गुजर जाते हैं, लेकिन न तो चालान होता है और न ही कोई रोक-टोक। गन्ने से लदे इन भारी-भरकम ट्रकों के कारण सड़क दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। यातायात माह में इसका प्रचार-प्रसार भी किया जाता है।
पुलिसकर्मी स्कूल-कालेजों के साथ साथ अन्य सामाजिक संस्थानों में कार्यशालाएं आयोजित कर बच्चों को नियमों का ज्ञान करा रहे हैं और पालन का संकल्प भी दिला रहे हैं, लेकिन धरातल पर कार्रवाई कहीं दिखाई नहीं दे रही। नियम तोड़ने वालों को न चेतावनी दी जा रही है। और न ही दंडित किया जा रहा है। ऐसे में पूरे अभियान पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
शहर एवं ग्रामीण मार्गों पर ई-रिक्शा, स्कूल वैन और निजी वाहनों में जिस तरह से बच्चों को ठूंस कर बैठाया जा रहा है, वह स्थिति और भी गंभीर है। एक ई-रिक्शा जिसमें अधिकतम पांच बच्चों की क्षमता होती है, उसमें 12 बच्चे बैठाए जा रहे हैं। कई बच्चे पाइप पर बैठे होते हैं तो कई अंदर खड़े-खड़े सफर करते हैं।
कुछ मामलों में तो चालक अपनी गोद में भी बच्चों को बैठा लेता है। ऐसे में यह समझ पाना मुश्किल हो जाता है कि रिक्शा चला कौन रहा है चालक या बच्चा। यातायात के नाम पर केवल औपचारिकता निभाने की वजह से सड़क सुरक्षा व्यवस्था चरमराती जा रही है। अगर गन्ने से ओवरलोड ट्रकों, स्कूल वाहनों और नियमों की अनदेखी करने वालों पर तत्काल सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता।
जिले में लगातार अभियान चल रहा है। नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई भी हो रही है। गन्ना लदे ओवरलोड वाहनों पर भी कार्रवाई की जाएगी। -अनुज मलिक, टीएसआइ।

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