शिकारियों की गोली से नीलगाय के बच्चे की मौत
शिकारियों की गोली से नीलगाय के बच्चे की मौत हो गई। शनिवार को गंगा किनारे खेतों पर काम करने गए किसानों ने नीलगाय के बच्चे का शव पड़ा देखा तो भीड़ जुट गई। लोगों के मुताबिक उसके पिछले हिस्से पर गोली लगी हुई है। उधर दिन भर जानवर शव को इधर उधर खींचते रहे लेकिन वन महकमे ने कोई सुध नहीं ली है। थाना आदमपुर के गंगा तटबंध किनारे के गांव शहवाजपुर गुर्जर से दो किलोमीटर दूर गंगा किनारे वन क्षेत्र है।
रूखालू : शिकारियों की गोली से नीलगाय के बच्चे की मौत हो गई। शनिवार को गंगा किनारे खेतों पर काम करने गए किसानों ने नीलगाय के बच्चे का शव पड़ा देखा तो भीड़ जुट गई। लोगों के मुताबिक उसके पिछले हिस्से पर गोली लगी हुई है। उधर दिन भर जानवर शव को इधर उधर खींचते रहे लेकिन वन महकमे ने कोई सुध नहीं ली है।
थाना आदमपुर के गंगा तटबंध किनारे के गांव शहवाजपुर गुर्जर से दो किलोमीटर दूर गंगा किनारे वन क्षेत्र है। शनिवार को गांव बंशीवाला महरपुर निवासी किसान प्रदीप राणा, कुंवरपाल ¨सह, शीशपाल ¨सह, संजय ¨सह, गजेंद्र ¨सह दोपहर के समय गंगा किनारे अपने खेतों पर गए तो वन विभाग के जंगल में उन्हें एक नीलगाय का बच्चा मृत पड़ा मिला। ग्रामीणों ने नजदीक पहुंचकर देखा तो उसके पीछे गोली लगी हुई थी।
गोली से नीलगाय के बच्चे की मौत होने की सूचना बंशीवाला महरपुर, शहवाजपुर गुर्जर में फैल गई। खास बात यह रही कि वन विभाग के जंगल में शिकारियों की गोली से मरे नीलगाय के बच्चे को दिन भर जंगल में कुत्ते, गीदड़ एवं अन्य मांसाहारी जानवर इधर उधर खींचते रहे। न तो वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल कर कोई कार्रवाई करने की जरूरत महसूस की और न ही थाना पुलिस ने वहां तक पहुंचने की जरूरत समझी। गंगा के खादर में हो रहा शिकार
रूखालू: थाना आदमपुर क्षेत्र में गंगा किनारे गोली लगने से मरे नीलगाय के बच्चे का शव पड़ा मिलने से यह साफ हो गया है कि गंगा के खादर में जंगली जानवरों का शिकार करने वाले शिकारी अभी भी सक्रिय हैं। प्रदेश में योगी राज आते ही गोवंश के वध पर अंकुश लगाया गया। सरकार की सख्ती से पशु तस्करों के हौसले पस्त भी हुए। रात के अंधेरे में हसनपुर तहसील क्षेत्र के वन विभाग के जंगल में नीलगाय का शिकार होना, फिर सवाल खड़े कर रहा है। गंगा क्षेत्र में शिकारियों की गोली से जख्मी नीलगाय के बच्चे की मौत होने का मामला संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसा हुआ है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
सुभाष चौधरी क्षेत्रीय वनाधिकारी हसनपुर।