मरणोपरांत शरीर के अंग सेना को देने का एलान
हसनपुर : देश के प्रहरी वीर जवानों के शहीद होने से आहत हसनपुर के 74 वर्षीय प्रमुख समाजसेवी संतोष कुमार अग्रवाल ने मरणोपरांत अपने शरीर के अंगों को सैनिकों के लिए देने की इ'छा जताई है। जल्द ही इस संबंध में वह जिलाधिकारी से मुलाकात करेंगे।
हसनपुर : देश के प्रहरी वीर जवानों के शहीद होने से आहत हसनपुर के 74 वर्षीय प्रमुख समाजसेवी संतोष कुमार अग्रवाल ने मरणोपरांत अपने शरीर के अंगों को सैनिकों के लिए देने की इच्छा जताई है। जल्द ही इस संबंध में वह जिलाधिकारी से मुलाकात करेंगे।
मुहल्ला सेवक सदन होली वाला निवासी श्री अग्रवाल को पढ़ाई के दौर से ही फौजी बनकर देश की सुरक्षा करने का जज्बा था। शिक्षा ग्रहण करने के दौरान वर्ष 1964 में वह मेरठ के एनसीसी के सर्वश्रेष्ठ कैडेट्स चुने गए। शिक्षा पूर्ण करने के बाद उन्होंने सेना में कमांडेंट का पद हासिल कर लिया। दार्जि¨लग जाने के लिए नियुक्ति लेटर घर पहुंचा तो पत्नी प्रभा रानी ने परिवारिक मजबूरियों का हवाला देकर उन्हें सेना में नहीं जाने दिया। हथियार चलाने के माहिर संतोष कुमार अग्रवाल 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 जवानों के शहीद होने से खासे आहत हैं। मरणोपरांत शरीर के अंग सेना के लिए सरकार को समर्पित करने का मन बनाते हुए अपने परिवार जनों से इच्छा जताई है। परिवार ने उनकी इच्छा पर अपनी सहमति प्रकट कर दी है। अब जल्द ही वह जिलाधिकारी से मिलकर आवेदन करेंगे।
उनका कहना है कि जीवन में वह देश के काम नहीं आ सके मृत्यु के बाद यदि उनके शरीर का कोई अंग सैनिकों के काम आ जाए तो इसे भी वह अपनी खुशनसीबी समझेंगे। उनका यह शेर.. पाने की तुम चाह ना करना, सोचो तुम क्या दे सकते हो और बात खत्म।
बेटों को भी दिया यहीं संदेश
हसनपुर : शहर के प्रमुख समाजसेवी संतोष कुमार अग्रवाल ने अपने दोनों पुत्रों विनय कुमार अग्रवाल व नितिन कुमार अग्रवाल से नसीहत की है कि मरणोपरांत वह भी अपने शरीर को देश के लिए समर्पित करें। बेटों ने भी पिता की नसीहत पूरा करने का पिता को आश्वासन दिया है। जवानों की मौत पर उनका पूरा परिवार बहुत आहत है।