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    अमरोहा में तेंदुए ने बोला लोगों पर हमला, गांव वालों ने पीट-पीटकर मार डाला! थाने से आरोपित छुड़ा ले गई भीड़

    Updated: Sun, 08 Jun 2025 10:38 AM (IST)

    अमरोहा में तेंदुए ने खेत में काम कर रहे मजदूरों पर हमला कर दिया जिससे कई लोग घायल हो गए। ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से तेंदुए को घेरकर मार डाला। वन विभाग ...और पढ़ें

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    घटना स्थल पर मौजूद लोगों की भीड़। जागरण

    जागरण संवाददाता, अमरोहा। जिले में तेंदुओं का आतंक बना हुआ है। खेत में टमाटर तोड़ रहे तीन मजदूरों पर पीछे से तेंदुए ने हमला बोल दिया। इससे पहले वह संभल पाते, तेंदुए ने एक-एक कर तीनों को लहूलुहान कर दिया। इसके बाद पास ही गन्ने के खेत में घुस गया। तीनों के शोर मचाने पर ग्रामीणों ने लाठी-डंडे के साथ तेंदुए की घेराबंदी कर दी। तेंदुआ खेत से निकलकर भीड़ पर टूट पड़ा। तेंदुए के दोबारा हमले से तीन ग्रामीण घायल हो गए।

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    घटना की जानकारी के बाद वनाधिकारी ग्रामीणों को सतर्क रहने की चेतावनी देकर लौट गए। लेकिन, आक्रोशित ग्रामीणों ने तेंदुआ की तलाश शुरू कर दी। आरोप है जंगल में उसे पीट-पीटकर मार डाला। वन दरोगा केपी सिंह ने बताया कि तेंदुआ ने छह लोगों को घायल किया है। ग्रामीणों ने पीट-पीटकर उसको मार दिया। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

    ग्रामीण छुड़ाकर ले गए तीन आरोपित

    सीओ अवधभान भदौरिया का कहना है कि तेंदुए को मारने के आरोप में वन विभाग की टीम ग्राम प्रधान के भाई राकेश, धर्मवीर और राजू को थाने लेकर आई थी। पीछे ग्रामीण आ गए और उनको छुड़ाकर ले गए। उप क्षेत्रीय वनाधिकारी राजीव वर्मा की ओर से ग्राम प्रधान ब्रजेश, हिरासत में लिए तीनों आरोपितों व अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

    इधर, ग्रामीणों का कहना है कि हमले की जानकारी तुरंत वनाधिकारियों को दे दी गई थी। लेकिन वह डेढ़ घंटे बाद गांव पहुंचे। फिर तेंदुआ को पकड़ने के बजाय ग्रामीणों को ही सचेत कर लौट गए। हालांकि प्रभागीय वनाधिकारी एसपी सिंह ने बताया ड्रोन से तेंदुआ को तलाशा गया था। वह नजर नहीं आया था।

    टमाटर तोड़ रहे थे मजदूर, तभी किया हमला

    शनिवार सुबह तेंदुए ने टमाटर तोड़ रहे मजदूर कोविद, कृपाल सिंह और हेतराम सिंह की गर्दन मुंह में दबाने की कोशिश की, लेकिन विफल रहा। घायल कोविद ने बताया कि तेंदुआ के हमला करते ही वह गिर गया। उसने गर्दन पकड़नी चाहिए। मुझे बचाने आए हेतराम और कृपाल पर भी तेंदुए ने हमला बोल दिया। यदि गांव वाले न आते तो शायद वह तीनों को मार डालता।

    ग्रामीणों के अनुसार चार-पांच दिन से तेंदुआ गांव के आसपास घूम रहा था। चार दिन पहले उसने एक बकरी को मार डाला था। जिले से सटे अमानगढ़ टाइगर रिजर्व से अक्सर तेंदुए यहां आ जाते हैं। पहले भी कई लोगों को घायल किया जा चुका है।