तिगरीधाम में कार्तिक पूर्णिमा मेला स्थगित, दीपदान पर भी रोक
गजरौला आखिर सोमवार को पुलिस-प्रशासन ने साफ तौर पर बता ही दिया कि इस बार तिगरीधाम में मेला नहीं होगा।
गजरौला : आखिर सोमवार को पुलिस-प्रशासन ने साफ तौर पर बता ही दिया कि इस बार तिगरीधाम में कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाला गंगा मेला स्थगित रहेगा। यहां गंगा तट पर किए जाने वाले दीपदान पर भी रोक रहेगी। इन अवसरों वाली धार्मिक परंपराए घर पर ही पूर्ण करने की सलाह देते हुए लोगों से इसमें सहयोग करने का भी अनुरोध किया है।
रविवार की शाम अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप सिंह, उपजिला अधिकारी विवेक यादव व सीओ सत्येंद्र कुमार ने थाना सभागार में गणमान्य लोगों के साथ इसको लेकर एक बैठक की। तिगरी के प्रधान नारायण सिंह समेत अन्य ग्रामीणों के बीच अधिकारियों ने कोविड-19 का हवाला देते हुए शासन स्तर से तिगरी गंगा मेले को लेकर जारी आदेशों से अवगत कराया। वहीं इनका पालन कराने में सहयोग का अनुरोध किया। हालांकि लोग दीपदान के लिए कुछ छूट मांग रहे हैं, लेकिन अधिकारियों ने इन पर्व से जुड़ी परपंरपराओं का निर्वहन मौजूदा हालात को देखते हुए घरों पर ही करने का अनुरोध किया। वहीं कहा कि शासन के इन निर्देशों से अपने आसपास के लोगों, ग्रामीणों, दूसरे गांवों व क्षेत्रों के लोगों को भी अवगत करा दिया जाए ताकि उन्हें आगे परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके बाद अधिकारियों ने तिगरी पहुंचकर गंगा तट का जायजा भी लिया। 25 से रास्ते तो 28 नवंबर को घाट हो जाएगा सील
गजरौला : थाना प्रभारी निरीक्षक आरपी शर्मा ने सोमवार की देर शाम गणमान्य लोगों के साथ बैठक में लिए गए निर्णयों की बाबत बताया। सभी को शासन के निर्देशों से अवगत कराते हुए सहयोग के लिए कहा। तय किया है कि तिगरी को जाने वाले सभी मार्गों पर 25 नवंबर से पुलिस तैनात कर दी जाएगी। इसके लिए दस स्थानों को चिह्नित कर अधिकारियों से अतिरिक्त पुलिस की मांग की गई है। वहीं बताया कि 28 नवंबर से गंगा घाट खाली करा लिए जाएंगे। वहां से सभी दुकानें व तख्त इत्यादि भी हटवा दिए जाएंगे। बाहर से आने वालों का आवागमन बंद कर दिया जाएगा। सिर्फ ग्रामीणों व शवों के अंतिम संस्कार को तिगरी जाने वालों के लिए ही छूट रहेगी। दूसरे जिलों की पुलिस का भी लिया जाएगा सहयोग
गजरौला : अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप सिंह ने बताया कि इस मौके पर लगने वाले मेले में दूसरे जिलों से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। उन्हें रोकने के लिए पड़ोसी जनपदों की पुलिस व जनता भी सहयोग लिया जाएगा। शासन के आदेश का प्रचार दूसरे क्षेत्रों में भी कराया जा रहा है।