महिलाओं ने ग्राम सराय में निकाली कलश यात्रा
ग्राम सराय में श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ को ग्राम के प्रमुख मार्गों से कलश यात्रा निकाली गई। इस दौरान कथावाचक ने भागवत कथा के सुमिरन से प्राप्त होने वाले फल के संबंध में श्रद्धालुओं को बताया। ग्राम सराय स्थित नीलेश्वर मंदिर पर श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर महिलाओं द्वारा ग्राम के प्रमुख मार्गों से कलश यात्रा निकाली गई व झांकियों का भी प्रदर्शन किया गया। भगवान राधा कृष्ण की झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र रही।
मंडी धनौरा: ग्राम सराय में श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ को ग्राम के प्रमुख मार्गों से कलश यात्रा निकाली गई। इस दौरान कथावाचक ने भागवत कथा के सुमिरन से प्राप्त होने वाले फल के संबंध में श्रद्धालुओं को बताया। ग्राम सराय स्थित नीलेश्वर मंदिर पर श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर महिलाओं द्वारा ग्राम के प्रमुख मार्गों से कलश यात्रा निकाली गई व झांकियों का भी प्रदर्शन किया गया। भगवान राधा कृष्ण की झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र रही। कलश स्थापना के बाद कथा का शुभारंभ किया गया। कथा वाचन करते हुए प्रमोद शर्मा ने कहा कि श्रीमद् भागवत ¨हदू धर्म के प्रमुख ग्रंथ में से एक है। इसके सुमिरन से कष्टों से छुटकारा मिलता है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म विश्व का सबसे प्राचीन धर्म है। सनातनी इस पृथ्वी पर मौजूद सब जीवों को सम्मान की ²ष्टि से देखते है। इस दौरान अनिल कुमार, विरेन्द्र ¨सह, सुमित गुर्जर, संजीव कुमार, तेजपाल, योगेन्द्र ¨सह, ईश्वर ¨सह, भारती, रमेश कुमार, दिनेश कुमार आदि मौजूद थे।