अमरोहा में 14 करोड़ से बनेगा इंटीग्रेटेड पैक हाउस
जनपद में लगभग 12 हजार हेक्टेयर भूमि पर आम के बाग हैं। हर साल दो हजार टन आम दूसरे राज्यों व विदेश भेजा जाता है। खाड़ी देशों में अमरोहा का आम काफी पसंद किया जाता है लेकिन पैक हाउस नहीं होने की वजह से हर साल हजारों टन आम खराब हो जाता है।
अमरोहा, जेएनएन: जनपद में इंटीग्रेटेड पैक हाउस बनाने की कार्रवाई तेज हो गई है। मंडी समिति परिसर में करीब 14 करोड़ की लागत से उसको स्थापित किया जाएगा। दो करोड़ रुपये पैक हाउस की इमारत व अन्य कार्यो पर खर्च होंगे जबकि, 12 करोड़ की मशीनें उसमें लगाई जाएंगी। इसके निर्माण के लिए अफसरों ने एक हेक्टेयर जमीन चिह्नित कर ली है। अधिकारियों के अनुसार जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
जनपद में लगभग 12 हजार हेक्टेयर भूमि पर आम के बाग हैं। हर साल दो हजार टन आम दूसरे राज्यों व विदेश भेजा जाता है। खाड़ी देशों में अमरोहा का आम काफी पसंद किया जाता है लेकिन, पैक हाउस नहीं होने की वजह से हर साल हजारों टन आम खराब हो जाता है। यही स्थिति सब्जियों की भी है। जनपद के आम व सब्जी कारोबारियों की सालों से चली आ रही इंटीग्रेटेड पैक हाउस बनाने की मांग को कुछ दिन पहले सरकार ने मंजूर कर लिया था और उसका निर्माण कराने के निर्देश अफसरों को दिए थे।
जिस पर अधिकारियों ने काम शुरू कर दिया है। मंडी समिति अधिकारियों के अनुसार पैक हाउस के लिए करीब एक एकड़ जमीन मंडी समिति परिसर में ही चिह्नित कर ली गई है और उसका प्रस्ताव बनाकर परिषद के पास भेजा जा चुका है। डिप्टी डायरेक्टर कंस्ट्रक्शन मुरादाबाद ने भी जमीन का निरीक्षण कर लिया है। करीब 14 करोड़ की लागत से पैक हाउस की स्थापना होगी। जिसमें दो करोड़ रुपये सिविल कार्य पर खर्च किए जाएंगे। बाकी धनराशि मशीनों पर खर्च होगी। इन सब्जियों की होती है खेती
जिले में बड़े पैमाने पर टमाटर, करेला, तोरई व लौकी, गोभी, गाजर आदि सब्जियों का उत्पादन होता है। यहां से दिल्ली, कोलकाता व मुंबई तक सब्जियों को एक्सपोर्ट किया जाता है। प्रत्येक वर्ष कई टन टमाटर व करेला, गोभी की सब्जी पैक हाउस न होने की वजह से बेकार हो जाती है लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा। वर्जन----
सभी अधिकारियों ने जमीन का निरीक्षण कर लिया है। उसकी पैमाइश आदि की जा चुकी है। जल्द ही अब उसके निर्माण के लिए काम शुरू होगा। मंडी परिषद ही इस काम को अंजाम देगा।
सचिन शर्मा, प्रभारी मंडी सचिव अमरोहा