हाईवे तीन तो साढ़े तीन घंटे रेलवे ट्रैक रहा बाधित
गजरौला : शुक्रवार की रात आंधी-पानी मुसाफिरों के लिए मुसीबत साबित हुई। इस दौरान नेशनल ह
गजरौला : शुक्रवार की रात आंधी-पानी मुसाफिरों के लिए मुसीबत साबित हुई। इस दौरान नेशनल हाईवे और रेलवे ट्रैक पर भी तेज आंधी के दौरान पेड़ टूटकर व उखड़कर गिर पडे़ थे, इस वजह से हाईवे और ट्रेनों का संचालन बाधित हो गया।
रात नौ बजे आंधी शुरू होने के कुछ ही देर बाद नेशनल हाईवे पर ब्रजघाट पुलिस चौकी और मोहम्मदाबाद के बीच फोरलेन के दोनों ओर पेड़ टूट कर व उखड़ कर सड़क पर गिर गए। एक साथ कई पेड़ गिरने से यातायात व्यवस्था ठप हो गई। दूर तक वाहनों की कतार लग गई। ट्रक, रोडवेज की कतार लगने के बाद हल्के चार पहिया वाहन चालकों ने कार इत्यादि को निकालने का प्रयास किया, लेकिन टूटे पेड़ पूरी सड़क पर होने के कारण नहीं निकल सके।
उधर तेज हवा के साथ बारिश पड़ने और तेज गड़गड़ाहट के साथ बिजली भी कड़कने पर वाहनों में सवार मुसाफिर कांप रहे थे। कुछ रोडवेज बसों में छतों व खिड़की के रास्ते बारिश का पानी पहुंचने से मुसाफिर भीग भी रहे थे। इसकी जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के क्षेत्रों से पेड़ों का कटान करने वालों को बुलवाया। उनके पहुंचने और पेड़ को काट कर बीच सड़क से हटा कर पूरी तरह यातायात सुचारू करने में तीन घंटे का समय लग गया।
यही हाल दिल्ली-मुरादाबाद रेलवे की डाउन लाइन का था। इस पर भी करीब सवा नौ बजे कांकाठेर और जुबिलेंट फैक्ट्री की साइड के बीच पेड़ रेलवे की डाउन लाइन पर गिर गए थे। उस समय दिल्ली-प्रतापगढ़ एक्सप्रेस निकलने वाली थी। पेड गिरने का मैसेज मिलते ही इस ट्रेन को साढ़े नौ बजे कांकाठेर में रोक दिया। दिल्ली से आने वाली दूसरी रेलगाडि़यों को भी पीछे विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर रोक दिया। रेलवे ट्रैक को साफ कराने के लिए मंडल रेल मुख्यालय से स्टाफ मौके पर पहुंचा और ट्रैक को साफ किया। इसके बाद करीब ढाई घंटे बाद यह ट्रेन पास की गई। इसके बाद रेलवे के तकनीकि स्टाफ ने ब्लाक लेकर करीब सवा घंटे रेलवे की बिजली लाइनों को दुरूस्त किया तब करीब साढ़े तीन घंटे बाद रेलवे ट्रैक दुरुस्त हो पाया। इसे चेक करने के लिए मंडल रेल मुख्यालय से भी कई अधिकारी कार द्वारा मौके पर पहुंचे थे।