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डेंगू के चार व मलेरिया के 113 मरीज मिलने के बाद महकमा अलर्ट

बारिश के मौसम में जगह-जगह जलभराव होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से मलेरिया और डेंगू ने दस्तक दे दी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Sep 2019 11:14 PM (IST)Updated: Wed, 18 Sep 2019 11:14 PM (IST)
डेंगू के चार व मलेरिया के 113 मरीज मिलने के बाद महकमा अलर्ट
डेंगू के चार व मलेरिया के 113 मरीज मिलने के बाद महकमा अलर्ट

अमरोहा : बारिश के मौसम में जगह-जगह जलभराव होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से मलेरिया और डेंगू ने दस्तक दे दी है। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से निपटने के लिए हर सीएचसी पर फीवर डेस्क बनाई है। जिसमें डेंगू आशंकित मरीज की जांच होगी। डेंगू की पुष्टि होने पर उसका इलाज किया जाएगा। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जनपद में डेंगू आशंकित चार और मलेरिया के 113 केस पाए गए हैं। संचारी रोग नोडल अधिकारी डॉ. विनोद कुमार का कहना है कि मलेरिया और डेंगू से निपटने के लिए हर सीएचसी पर फीवर डेस्क बनाई गई है। सीएचसी पर डेंगू किट व अन्य जांच उपकरण मौजूद है। उन्होंने बताया की डेंगू आशंकित की जांच के बाद उसका इलाज कराने की पूरी व्यवस्था है। गंभीर हालत होने पर मरीज को मेरठ रेफर कर दिया जाता है। अभी तक जिले में डेंगू आशंकित रोगी चार और मलेरिया के 113 केस सामने आए हैं। जिनका इलाज चल रहा है।

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आशाओं को मिलते है 15 रुपये प्रति स्लाइड

नोडल अधिकारी ने बताया कि ब्लाक स्तर पर आशाओं को प्रशिक्षित कर डेंगू आशंकित मरीज को खोजने पर लगाया गया है। आशा को 15 रुपये प्रति स्लाइड के हिसाब से भुगतान किया जाता है। अगर किसी व्यक्ति में डेंगू की पुष्टि होती है तो आशा को 75 रुपये का अलग से भुगतान किया जाता है। नोडल अधिकारी ने यह भी बताया कि अगर आशा यह बताती है कि उस गांव में एक व्यक्ति को डेंगू है तो टीम वहां पहुंचकर जांच करती है और डेंगू की पुष्टि होने पर आशा को 200 रुपये का भुगतान किया जाता है। तीन चरणों में होती डेंगू मरीज की जांच

नोडल अधिकारी डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि डेंगू आशंकित मरीज की जांच तीन चरणों में होती है। इसमें दो के जांच करने की सुविधा सरकारी अस्पताल में उपलब्ध है, लेकिन तीसरी जांच के लिए मरीज को मुरादाबाद और मेरठ में सरकारी लैब भेजा जाता है। वहां से डेंगू की पुष्टी होने पर इलाज किया जाता है।

पिछले वर्ष मिले थे डेंगू के 10 केस

नोडल अधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष जनपद में डेंगू के दस केस मिले थे। जिनकी जांच कर उपचार किया गया था। हालत गंभीर होने पर मेरठ रेफर किया था। इसके अलावा मलेरिया के 181 केस सामने आए थे।

डेंगू के लक्षण

डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि किसी व्यक्ति के एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है। अक्सर यह मच्छर दिन में तीन से छह बजे के बीच काटता है। जाड़ा देकर तेज बुखार आना, पूरे शरीर की मांसपेशियों में दर्द और थकावट होना, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना डेंगू के लक्षण है।

डेंगू से बचाव

डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि घर के आसपास व नालियों में पानी एकत्र न होने दें। घर पर नियमित सफाई करते रहे। डेंगू के मच्छर अक्सर कूलरों, गाड़ियों के टायरों बर्तनों और रुके हुए पानी में पैदा होते हैं।


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