गजरौला में गोशाला निर्माण को मिले 1.62 करोड़
औद्योगिक नगरी में अहरौला तेजवन मार्ग स्थित पालिका की पांच बीघा भूमि पर तीन सौ पशुओं के हिसाब से गोशाला आश्रय केंद्र की स्थापना की जाएगी। इसके लिए शासन से एक करोड़ 62 लाख रुपये नगर पालिका परिषद को जारी होने पर इसके लिए बुधवार को टेंडर भी जारी कर दिया गया है। औद्योगिक नगरी में भी बेसहारा पशुओं की समस्या बनी हुई थी, जो अब बहुत जल्द दूर हो जाएगी। शासन स्तर से इसके लिए बजट जारी होने पर नगर पालिका परिषद ने इसकी कवायद तेज कर दी है। इसकी पुष्टि करते हुए ईओ विजेंद्र ¨सह पाल ने बताया कि यह गोशाला तीन सौ बेसहारा पशुओं की देखभाल के हिसाब से बनाया जाएगा।
गजरौला : औद्योगिक नगरी में अहरौला तेजवन मार्ग स्थित पालिका की पांच बीघा भूमि पर तीन सौ पशुओं के हिसाब से गोशाला आश्रय केंद्र की स्थापना की जाएगी। इसके लिए शासन से एक करोड़ 62 लाख रुपये पालिका को जारी होने पर बुधवार को टेंडर भी जारी कर दिया गया है।
औद्योगिक नगरी में भी बेसहारा पशुओं की समस्या बनी हुई थी, जो अब बहुत जल्द दूर हो जाएगी। शासन स्तर से इसके लिए बजट जारी होने पर नगर पालिका परिषद ने इसकी कवायद तेज कर दी है। इसकी पुष्टि करते हुए ईओ विजेंद्र ¨सह पाल ने बताया कि यह गोशाला तीन सौ बेसहारा पशुओं की देखभाल के हिसाब से बनाई जाएगी। इसके लिए पालिका के पास पांच बीघा भूमि पहले से पर्याप्त है। यह जनपद की सबसे बड़ी गोशाला होगी। टीन शेड, चारे के लिए बड़ा हाल, पानी की हौज, आधुनिक मशीनों के द्वारा दूध निकालने की व्यवस्था और पशु चिकित्सक व अन्य स्टाफ के बैठने के हिसाब से बनवाया जाएगा। इसी गोशाला में बायोगैस का प्लांट भी लगाया जाएगा। बिजली बनाई जाएगी और उसका यहीं पर प्रयोग किया जाएगा। इसका पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। टेंडर जारी कर निविदा मांगी गई हैं।
कहा सरकार की मंशा के अनुरूप जल्दी काम चालू करा दिया जाएगा ताकि औद्योगिक नगरी में बेसहारा पशुओं के इधर-उधर घूमने की समस्या पूर्णतया बंद हो सके। हालांकि अभी भी इस पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है।