Move to Jagran APP

17 वर्ष बाद दे दी बर्खास्त लिपिक को नौकरी

जागरण संवाददाता, अमरोहा : तत्कालीन जिविनि ने बर्खास्त चल रहे व्यक्ति को नियम विरुद्ध तरीके से फिर से कालेज के लिपिक पद पर नियुक्त कर दिया। शिकायत पर वर्तमान जिविनि ने प्रकरण की जांच कर कार्रवाई के लिए डीएम को रिपोर्ट सौंपी है। तहसील क्षेत्र के गांव रसूलपुर गुर्जर का ओमपाल ¨सह कैलसा के जलालपुर गांव के एकेजी इंटर कालेज में लिपिक के पद पर कार्यरत था। जिसे तत्कालीन जिविनि रविदत्त ने अनियमिताएं बरतने के आरोप में वर्ष 19

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Nov 2018 11:25 PM (IST)Updated: Thu, 01 Nov 2018 11:25 PM (IST)
17 वर्ष बाद दे दी बर्खास्त लिपिक को नौकरी
17 वर्ष बाद दे दी बर्खास्त लिपिक को नौकरी

अमरोहा : 17 वर्ष के बर्खास्त चल रहे शिक्षा विभाग के लिपिक पर तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक मेहरबान हो गए। उन्होंने बिना किसी आधार के उसे दोबारा नियुक्ति दे दी। इसकी शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी ने मौजूदा जिविनि को प्रकरण की जांच के आदेश दे दिए, जिसमें पूरे खेल से पर्दा हट गया।

loksabha election banner

तहसील क्षेत्र के गांव रसूलपुर गुर्जर का ओमपाल ¨सह कैलसा के जलालपुर गांव के एकेजी इंटर कालेज में लिपिक के पद पर कार्यरत थे। जिन्हें तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक ने अनियमितताएं बरतने के आरोप में वर्ष 1985 में निलंबित कर दिया था। आरोपित लिपिक ने इसके खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की थी। प्रकरण की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने जांच पूरी होने तक स्थगन आदेश दे दिया था। लेकिन बाद में सुनवाई के दौरान वर्ष 1996 में बर्खास्त कर दिया। इसके बाद आरोपित ने दो बार और कोर्ट की शरण ली मगर राहत नहीं मिली। वर्ष 2013 में तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक रवि दत्त ने आश्चर्यजनक ढंग से बर्खास्त लिपिक को बिना किसी आधार के आरोपित को एकेजी कालेज में दोबारा नियुक्ति दे दी। अब इस प्रकरण की शिकायत जिलाधिकारी हेमंत कुमार से की गई। जिसमें डीएम ने वर्तमान जिविनि रामाज्ञा कुमार को जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए। जिविनि ने जांच पड़ताल कर पूरे मामले की रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है। अभी तक प्रकरण में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिला विद्यालय निरीक्षक का कहना है कि जिलाधिकारी के आदेश के बाद ही आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.