नौगावां में चार नाबालिग छात्राओं की कराई थी शादी
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में घपले को लेकर तहरीर दिए जाने की मौखिक सूचना मिली है। मैं गुरुवार को थाने पर नहीं था। तहरीर के आधार पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। अजय कुमार प्रभारी निरीक्षक।
अमरोहा: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में नौगावां सादात नगर पंचायत क्षेत्र में हुए घपले पर गुरुवार को अधिकारियों ने अपनी मोहर लगा दी है। उपजिलाधिकारी इंद्रनंदन सिंह, तहसीलदार मोनालिसा जौहरी व ईओ संदीप कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चार नाबालिग छात्राओं के परिजनों ने आधार कार्ड में संशोधन करा कर विवाह योजना का लाभ लिया है। चारों छात्राओं के परिजनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी गई है।
नगर पंचायत नौगावां सादात में वित्तीय वर्ष 2018 व 2019 में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 48 जोड़ों के निकाह कराए गए थे। कस्बे के मुहल्ला बगला निवासी अफसर अली ने आरोप लगाया था कि इन शादियों में नाबालिग छात्राओं की शादी भी कराई गई है। कुछ लोगों ने फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर योजना का लाभ लिया है। अफसर अली ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी उमेश मिश्र से की थी। जिलाधिकारी ने मामले की जांच कराने का आदेश दिया था। डीएम ने मामले की जांच कराई थी। हालांकि इस मामले में पहले जांच में ही लीपापोती की गई थी। परंतु तहसीलदार मोनालिसा जौहरी की जांच में घपला खुलकर सामने आ गया। अफसर अली की शिकायत के बाद इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दैनिक जागरण ने सारा घपला उजागर किया था। साक्ष्य के साथ दैनिक जागरण में लगातार समाचार प्रकाशित किए थे। तहसीलदार की जांच में चार नाबालिग छात्राओं की शादी करा कर योजना का लाभ लिए जाने की पुष्टि हुई। इसमें कस्बे के मुहल्ला शाहफरीद निवासी दो सगी नाबालिग बहनों के आधार कार्ड को स्कैन कर उनकी उम्र में संशोधन किया गया था। जबकि मुहल्ला गूला तालाब निवासी दो सगी बहनों के साथ भी ऐसा ही हुआ था। योजना के तहत उनके निकाह ही नहीं कराए गए थे तथा फर्जी तरीके से शादी दिखा कर योजना का लाभ ले लिया गया था। इस मामले में गुरुवार को एसडीएम इंद्रनंदन सिंह, तहसीलदार मोनालिसा जौहरी व ईओ संदीप कुमार ने संयुक्त प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी। एसडीएम ने कहा कि चार नाबालिग छात्राओं के नाम प्रकाश में आए हैं। उनके परिजनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी है। बचा दिए गए कई साजिशकर्ता
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में नाबालिग छात्राओं की शादी दर्शा कर योजना का लाभ लेने के मामले में कई साजिशकर्ताओं को बचा लिया गया है। अफसरों ने केवल छात्राओं के परिजनों को फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का आरोपित ठहराया है। जबकि योजना के तहत शादी के फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने वालों को नजरअंदाज किया गया है।
एक सभासद व निजी चिकित्सक थे मास्टर माइंड
विवाह योजना में घपला करने के पीछे कस्बे का एक निजी चिकित्सक व सभासद मास्टपर माइंड थे। उन्होंने ही छात्राओं के परिजनों को बहला-फुसला कर आधार कार्ड लिए थे तथा उन्हें स्कैन कर सारा खेल किया था। सूत्र बताते हैं कि योजना के तहत मिलने वाला सामान व मात्र पांच हजार रुपये ही छात्राओं के परिजनों को मिले थे। शेष धनराशि को दोनों ने बंदरबांट कर लिया। जांच में इन दोनों को भी शामिल नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में घपला किए जाने के आरोप जांच में सही मिले हैं। चार नाबालिग छात्राओं की शादी दर्शा कर योजना का लाभ लिया गया है। आरोपितों के खिलाफ नगर पंचायत के लिपिक अनिल कुमार ने तहरीर दे दी है।
इंद्रनंदन सिंह, एसडीएम। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में घपले को लेकर तहरीर दिए जाने की मौखिक सूचना मिली है। मैं गुरुवार को थाने पर नहीं था। तहरीर के आधार पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। अजय कुमार प्रभारी निरीक्षक।