Move to Jagran APP

पहले करते धमाका, फिर लेते जिम्मेदारी

जागरण संवाददाता, अमरोहा: आइएसआइएस की तर्ज पर बने आतंकी संगठन हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम से जुड़े आतंकी देश में अपना खौफनाक चेहरा उजागर करने के लिए पहले धमाके करते तथा उसके बाद जिम्मेदारी लेते। हालांकि यह संगठन अभी आर्थिक रूप से मजबूत नहीं था। इसके लिए संगठन से जुड़े युवक अपने घरों के जेवर तक बेच रहे थे। बताया जा रहा है कि मुफ्ती सुहैल व मौलाना साकिब के पीछे भी मास्टर माइंड है। जिसके इशारे पर दोनों संगठन को मजबूत करने में जुटे थे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 11:36 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 11:36 PM (IST)
पहले करते धमाका, फिर लेते जिम्मेदारी
पहले करते धमाका, फिर लेते जिम्मेदारी

अमरोहा: आइएसआइएस की तर्ज पर बने आतंकी संगठन हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम से जुड़े आतंकी देश में अपना खौफनाक चेहरा उजागर करने के लिए पहले धमाके करते तथा उसके बाद जिम्मेदारी लेते। हालांकि यह संगठन अभी आर्थिक रूप से मजबूत नहीं था। इसके लिए संगठन से जुड़े युवक अपने घरों के जेवर तक बेच रहे थे। बताया जा रहा है कि मुफ्ती सुहैल व मौलाना साकिब के पीछे भी मास्टर माइंड है। जिसके इशारे पर दोनों संगठन को मजबूत करने में जुटे थे।

loksabha election banner

दिल्ली व पश्चिमी यूपी में बैठ कर बनाए गए आतंकी संगठन हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के मंसूबे तो सामने आ ही चुके हैं। संगठन से जुड़े आतंकी बड़े पैमाने पर दहशत फैलाना चाहते थे। वह पाकिस्तान, अफगानिस्तान व जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों की तर्ज पर काम करने की तैयारी कर रहे थे। जिस तरह से बड़े आतंकी संगठन घटना को अंजाम देकर बाद में जिम्मेदारी लेते हैं, उसी तरह से इस संगठन का भी उद्देश्य था। सूत्र बताते हैं कि पूछताछ के दौरान संदिग्ध आतंकियों ने इसका खुलासा किया है। बताते हैं कि संगठन आर्थिक रूप से कमजोर था, लिहाजा उसे मजबूत करने के लिए घरों के जेवर भी बेचे गए थे। मुफ्ती सुहैल व आजम द्वारा जेवर बेचे जाने की पुष्टि भी हुई है। बरामद विस्फोटक भी इसका प्रमाण है। सूत्र बताते हैं कि पूछताछ के खुफिया एजेंसियों को दौरान जानकारी मिली है कि यह संगठन पहले वेस्ट यूपी व दिल्ली में कई ठिकानों पर धमाका करता तथा उसके बाद जिम्मेदारी लेकर अपना खौफनाक चेहरा सामने लाता। परंतु इससे पहले ही एनआइए व एटीएस ने नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया। इतना ही नहीं मुफ्ती सुहैल व मौलाना साकिब किसी तीसरे व्यक्ति के इशारे पर काम कर रहे थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.