दो मुहर्रम का मातमी जुलूस बरामद
दो मुहर्रम को कस्बे में अजादारों ने मातमी जुलूस बरामद किया। उन्होंने सीनाजनी कर कर्बला के शहीदों को याद किया। अजाखानों में मजलिसें आयोजित की गई। कर्बला के शहीदों का जिक्र सुनकर अजादारों की आंख नम हो गई। मर्सिया ख्वानी भी की गई।
जागरण संवाददाता, नौगावां सादात: दो मुहर्रम को कस्बे में अजादारों ने मातमी जुलूस बरामद किया। उन्होंने सीनाजनी कर कर्बला के शहीदों को याद किया। अजाखानों में मजलिसें आयोजित की गई। कर्बला के शहीदों का जिक्र सुनकर अजादारों की आंख नम हो गई। मर्सिया ख्वानी भी की गई।
सोमवार को कस्बे में अंजुमन-ए-आब्दिया के तत्वाधान में हठीली के अजाखाना से मातमी जुलूस बरामद किया गया। जिसमें मौलाना रोहिल्ला और उनके हमनवां ने मर्सिया ख्वानी की। उसके बाद सैयद मौलाना अजीजुल हसन ने मजलिस को खिताब किया। मौलाना ने कर्बला के शहीदों का जिक्र किया। जिसे सुनकर अजादार रोने लगे। अली अब्बास, मुबारक व आशु ने नोहा ख्वानी की। उसके बाद जुलूस बरामद किया गया। जुलूस में 18 जुलजना, 18 अलम मुबारक, सात ऊंट व आठ अमारी थीं। जुलूस के दौरान अजादार भी हजरत इमाम हुसैन द्वारा लंबा सफर तय करने के बाद दो मुहर्रम को मदीना से कर्बला पहुंचने की याद में नंगे पैर या हुसैन, या हुसैन की सदा बुलंद करते हुए चल रहे थे। इस दौरान उन्होंने जगह-जगह सीनाजनी कर मातम किया। जुलूस मुहल्ला गूला तालाब से शुरू होकर मुहल्ला हफ्ता बाजार, हटावाला, बंगला, दौलत शहीद, कटकुई, हुसैनी चौक, पीडब्ल्यूडी रोड, पनिहारी, फकरपुरा, शाहफरीद, मैन बाजार, पापड़ी, अली चौक, अबू तालिब चौक, बुध बाजार से होकर वापस इमाम बारगाह हटीली में संपन्न हुआ। अजाखानों में मजलिस का दौर जारी रहा। इस दौरान जुलूस में मास्टर हुमायूं, शिवाल हैदर, नूर अब्बास राणा, हसन अब्बास, मोहम्मद अली भी मौजूद रहे। प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से पुलिस के साथ मौजूद रहे।