बीच सड़क पर खड़े पोल से टकराई डीसीएम, ट्रांसफार्मर में लगी आग
गजरौला वहीं हुआ जिसका अंदेशा था। भानपुर रेलवे फाटक मार्ग के चौड़ीकरण के बाद बीच सड़क पर आ गए हैं।
गजरौला : वहीं हुआ, जिसका अंदेशा था। भानपुर रेलवे फाटक मार्ग के चौड़ीकरण के बाद बीच सड़क पर आए एक पोल में डीसीएम की साइड लग गई। पोल के क्षतिग्रस्त होकर नीचे गिरते ही तीन अन्य पोल व उनकी लाइन भी नीचे आ गिरीं। पास में रखे ट्रांसफार्मर ने आग पकड़ ली। इस हादसे के दौरान कई लोग बिजली की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए।
यह मामला रविवार की दोपहर 12:30 बजे का है। भानपुर रोड पर मुहल्ला गंगानगर के सामने सड़क चौड़ीकरण के बाद एक ट्रांसफार्मर व करीब दर्जन भर पोल बीच सड़क पर आ गए हैं। इनमें एक विद्युत पोल डीसीएम की टक्कर लगने के बाद क्षतिग्रस्त होकर नीचे गिर गया। इसके दबाव से तीन अन्य पोल व एबीसी का तार टूट गया। पास के ट्रांसफार्मर में आग लग गई। गिरे तार व पोल की चपेट में से कई लोग बाल-बाल बच गए। इससे अफरातफरी मच गई।
सड़क की दूसरी साइड में खडे कुलवंत सिंह ने बिजली विभाग को सूचना देकर आपूर्ति बंद कराई। उनकी सूचना पर पहुंची फायर बिग्रेड की गाड़ी ने ट्रांसफार्मर की आग पर काबू पाया। उधर हादसे के बाद क्षेत्र की आपूर्ति ठप हो गई, जो करीब सात घंटे बाद देरशाम में बहाल हो पाई। हालांकि सूचना के करीब आधे घंटे बाद ही बिजली विभाग के कर्मचारी पहुंच गए लेकिन टूटे तार व पोल बदलने में समय लग गया। इस दौरान काफी देर तक यातायात भी बाधित हुआ। लोगों ने खतरे को देखते हुए टूटे पोल व तारों के पास से आवागमन रोक दिया था। सड़क चौड़ीकरण के बाद से बीच में खड़े हैं पोल, नहीं हो रही सुनवाई
गजरौला : भानपुर रेलवे फाटक से खादगुर्जर चौराहा होकर तिगरी मार्ग तक की सड़क का कई साल पहले चौड़ीकरण हुआ था। उस दौरान बिजली पोल व लाइन पीछे शिफ्ट नहीं कराए जाने के कारण यह बीच सड़क पर आ गए हैं। खासतौर से खादगूजर चौराहे व भानपुर रेलवे फाटक के बीच दर्जन भर पोल व आग का शिकार हुए ट्रांसफार्मर बदलने की मांग लंबे से समय की जा रही है। इनकी वजह से पूर्व में भी कई बार हादसे हो चुके हैं लेकिन अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है। क्षेत्रीय वार्ड सदस्य गीता देवी व नामित सदस्य भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष राम रतन सिंह ने कहा यदि शीघ्र बिजली विभाग इन्हें पीछे शिफ्ट नहीं कराता है तो डीएम से शिकायत की जाएगी। इसे सड़क चौड़ीकरण के दौरान बदलवाना चाहिए था, लेकिन संबंधित व एजेंसी ने ध्यान नहीं दिया। जेई को भेजकर चेक कराएंगे।
हरीश कुमार, एक्सइएन।