डीएम हुए सख्त, तेज हुई नदियों की खोदाई
जिलाधिकारी नदियों के लेकर हुए दिए दिशा निर्देश
अमरोहा: नदी एवं तालाबों की खोदाई को लेकर जिलाधिकारी उमेश मिश्र सख्त हो गए हैं। चेतावनी के बाद गुरुवार से नदियों की खोदाई का काम तेज कर दिया गया। सोत नदी पर तो पैमाइश की गई, जबकि बान नदी पर आधा दर्जन स्थानों पर मजदूरों ने खोदाई की। इसके साथ ही पौधरोपण के लिए गड्ढे भी तैयार किए गए। बता दें कि विगत 22 अप्रैल से दैनिक जागरण की ओर से नदी, तालाब एवं पोखरों को बचाने के लिए अभियान शुरू किया गया था। धीरे-धीरे इस अभियान ने जन अभियान का रूप ले लिया है। सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के लोग भी आगे आए। जिला प्रशासन भी पूरी तरह से सक्रिय हो गया। लिहाजा विलुप्त हो चुकी नदियों के पुनर्जीवन को सोत, बान व बगद नदी के साथ-साथ मतवाली नदी की खोदाई एवं सफाई कराई जा रही है। सोत नदी पर काफी काम हो चुका है। सिर्फ जोया में हाईवे के पास नदी की जमीन पर अतिक्रमण करके लोगों ने बड़े-बड़े भवन बना लिए। असगरीपुर, मीरपुर, फत्तेपुर माफी व मुजाहिदपुर में भी ग्रामीणों ने नदी की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है। फसलें खड़ी होने की वजह से वह खोदाई शुरू नहीं होने दे रहे। हालांकि जिलाधिकारी उमेश मिश्र के आदेश के पर राजस्व एवं चकबंदी विभाग की संयुक्त टीम की ओर से मुजाहिदपुर व फत्तेपुर माफी में पैमाइश शुरू कर दी गई है। नरथो गांव में भी नदी में बारिश का पानी भर जाने के कारण सोत नदी की खोदाई नहीं हो पाई। बान नदी पर अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी नितिन कुमार की अगुवाई में कलामपुर, बाकीपुर, बस्तापुर, एवजाबाद, फरीदपुर इम्मा व लोदीपुर बंजारा कई दिन बाद गुरुवार को नदी की खोदाई शुरू की गई। करीब आधा दर्जन स्थानों पर करीब 300 मनरेगा मजूदरों ने खोदाई का काम किया। इसके साथ ही परियोजना निदेशक डीआरडीए मिथलेश कुमार तिवारी, बीडीओ जोया रागिनी सक्सेना, एपीओ हरीश कुमार, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी नितिन कुमार ने सोत व बान नदी का निरीक्षण किया। परियोजना निदेशक श्री तिवारी ने संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को जरूरी दिशानिर्देश जारी किए।