शासन की वेबसाइट पर साइबर अटैक, डाटा चुराकर कर रहे ठगी
आवेदकों को विवाह अनुदान के पैसे दिलवाने के नाम पर ठग कर रहे कॉल जागरण संवाददाता गजर
आवेदकों को विवाह अनुदान के पैसे दिलवाने के नाम पर ठग कर रहे कॉल
जागरण संवाददाता, गजरौला : साइबर अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वह शासन की वेबसाइट पर भी अटैक करने लगे हैं। वहां से डाटा चुराकर आवेदकों को कॉल कर पैसा दिलवाने के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे ही दो मामले औद्योगिक नगरी में सामने आए हैं। दोनों की जांच पुलिस के माध्यम से की जा रही है।
गरीब परिवारों की बेटियों की शादी के लिए शासन द्वारा 20-20 हजार रुपये अनुदान के रूप में दिए जाते हैं। इसके लिए शासन ने विवाह अनुदान योजना चला रखी है। साइबर कैफों से ऑनलाइन फार्म भरवाकर आवेदन लिया जाता है और जांच में पात्र मिलने पर लाभार्थी के खाते में सीधे रकम पहुंचती है। अब यह वेबसाइट भी साइबर अपराधियों के निशाने पर हैं। चूंकि साइबर अपराधी वेबसाइट से आवेदकों का डाटा चुराने के बाद उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं। अनुदान का पैसा दिलवाने के लिए फाइल चार्ज के नाम पर किसी से 5050 तो किसी से 3150 रुपये ठगे जा रहे हैं।
जिला समाज कल्याण अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि वह फर्जी है। इसलिए सावधान रहने की जरूरत है अगर, किसी ने अनुदान के लिए फार्म भरवाया है तो वह ठगों की कॉल आने पर उनके खाते में पैसा बिल्कुल न डलवाए। अगर, झांसे में आ गए तो बाद में पछतावे के अलावा कुछ नहीं मिलेगा।
दो बेटियों की शादी का अनुदान मिला नहीं, ठगे गए 40 हजार
गजरौला : मुहल्ला आजादनगर निवासी आनंदपाल की दो बेटियों की शादी एक साथ एक मई को है। उन्होंने अनुदान के लिए ऑनलाइन फार्म भरवाया था। आरोप है कि 11 अप्रैल को अनिल कुमार गुप्ता नामक व्यक्ति का फोन आया और उसने खुद को लखनऊ कल्याण विभाग से बताते हुए अनुदान दिलवाने की बात कही। उसने दोनों बेटियों के लिए अनुदान दिलवाने के लिए फाइल चार्ज व कमीशन राशि के नाम पर अपने खाते में तीन बारी में 40 हजार रुपये डलवा लिए। बाद में न तो अनुदान की रकम आई और न ही कोई संपर्क हुआ। पीड़ित व्यक्ति ने मामले की तहरीर थाने में दे दी है। मामला-2
शादी के एक माह पांच दिन बाद आई अनुदान के लिए कॉल
गजरौला : मुहल्ला अतरपुरा निवासी अतवीर सिंह ने भी अपनी पुत्री की शादी के लिए अनुदान लेने की मंशा से ऑनलाइन फार्म भरवाया था। 15 मार्च को उनकी पुत्री की शादी भी हो गई। लेकिन, तब उन्हें कोई राशि नहीं मिली। एक माह पांच दिन के बाद मंगलवार को ठग का फोन आया है। इसमें वह फाइल चार्ज के नाम पर 3150 रुपये मांगने के बाद अनुदान की रकम दिलवाने की बात कह रहा है। हालांकि उसकी बातों में झोल देखने के बाद उसने पैसे नहीं दिए। वाट्सएप व नेट बैंकिग पर एक्टिव है ठग
गजरौला : लोगों को शिकार बनाने वाले अपराधी वाट्सएप व नेट बैंकिग पर एक्टिव हैं। वाट्सएप पर एक चश्मा लगाए व्यक्ति का फोटो लगा है और फोन-पे, गूगल-पे, पेटीएम, खाता संख्या आदि के माध्यम से पैसे ठगता है।