कोरोना संकट के बीच सराफा बाजार में बढ़ी खरीद-फरोख्त
कोरोना संकट के बीच सराफा बाजार चमक उठा है। स्वर्ण आभूषणों की खरीद-फरोख्त
अमरोहा : कोरोना संकट के बीच सराफा बाजार चमक उठा है। स्वर्ण आभूषणों की खरीद-फरोख्त में डेढ़ गुना तक बढ़ोतरी हो गई है। कारोबारी कोरोना संकट व चीन के साथ बढ़ते तनाव को
इसकी वजह मान रहे हैं। शासन व प्रशासन की अनुमति के बाद अमरोहा के बाजार भी शर्तों के साथ पूरी तरह खुल गए हैं। दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ भी नजर आ रही है। मगर इस समय सराफा बाजार में रौनक कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। सोने के आभूषणों की खरीदारी करने से अधिक लोग बेचने पहुंच रहे हैं। इनमें मुख्यत: सोने के कंगन, हार व चूड़ियां जैसे जेवरात शामिल हैं। माना जा रहा है कि तीन महीने से लॉकडाउन में कैद रहने के कारण काम-धंधा बंद होने से मध्यम वर्ग की कमर टूट गई है। अब लॉकडाउन खुलने के बाद उनके पास जीविका चलाने के लिए धनराशि का अभाव है। इसके चलते वह घर के जेवरात बेचने निकल रहे हैं। वहीं भारतीय सीमा पर चीन से बढ़ते तनाव के कारण संपन्न लोग सोना खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं। कारोबारियों की मानें तो युद्ध के हालात में सोना ही सबसे सुरक्षित निवेश होता है। इसके अलावा जिन लोगों के यहां शादी व अन्य समारोह प्रस्तावित हैं, वह भी आवश्यकता अनुरूप जेवरात खरीद रहे हैं। सराफा कारोबारी राकेश वर्मा कहते हैं कि लॉकडाउन खुलने के बाद पहले की तुलना में ग्राहकों की आमद में लगभग डेढ़ गुना बढ़ोतरी हुई है। इसमें जेवरात खरीदने व बेचने वाले दोनों ही शामिल हैं। वहीं सराफा कारोबारी शार्दूल अग्रवाल बताते हैं कि रेहन पर जेवरात रखने वाले लोगों में भी बढ़ोतरी हुई है। पिछले तीन महीने में सोने के भाव में लगभग छह हजार रुपये प्रति दस ग्राम की बढ़ोतरी हो चुकी है, इसलिए कुछ लोग इसे जेवरात बेचने का सही समय भी समझ रहे हैं।