दरगाह परिसर में दफीने को लेकर हुआ विवाद
जागरण संवाददाता, जोया: दरगाह हजरत भूरे शाह शहीद प्रबंध कमेटी ने दरगाह परिसर में दफीना होने से रोक दिया। इस पर दूसरे पक्ष के लोग भड़क गए तथा कोतवाली पहुंच गए। पुलिस ने दूसरे पक्ष को भी बुला लिया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ तथा पुलिस की मौजूदगी में मृतक को सुपुर्द-ए-खाक कराया गया।
जोया : दरगाह हजरत भूरे शाह शहीद प्रबंध कमेटी ने दरगाह परिसर में दफीना होने से रोक दिया। इस पर भड़के दूसरे पक्ष के लोग कोतवाली पहुंच गए। पुलिस ने दूसरे पक्ष को भी बुला लिया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ तथा पुलिस की मौजूदगी में मृतक को सुपुर्द-ए-खाक कराया गया।
यह मामला डिडौली कोतवाली क्षेत्र में हाईवे पर गांव श्यौनाली में स्थित दरगाह हजरत भूरे खां शहीद परिसर का है। यहां पर कब्रिस्तान भी है। बता दें कि पूर्व में इस दरगाह की प्रबंध कमेटी की जिम्मेदारी गांव श्यौनाली निवासी मोहम्मद असलम अल्वी व परिजनों के हाथ में थी। गांव के ही तुर्क बिरादरी के असलम अहमद आदि से प्रबंध कमेटी को लेकर विवाद चल रहा था। हाईकोर्ट ने तुर्क बिरादरी के असलम अहमद आदि के पक्ष में फैसला सुना दिया। बीते तीन साल से दरगाह की प्रबंध कमेटी की जिम्मेदारी इनके हाथ में ही है।
मंगलवार रात पहले पक्ष के मोहम्मद असलम अल्वी का ह्दय गति रुकने से इंतकाल हो गया। परिवार के लोग बुधवार दोपहर जनाजा लेकर दरगाह परिसर में बने कब्रिस्तान पहुंचे। वहां मौजूदा पक्ष के लोगों ने विरोध किया तथा दफीना नहीं होने दिया। इससे मौके पर तनाव बन गया। मृतक पक्ष के लोग कोतवाली पहुंच गए तथा पुलिस को सूचना दी।
उनका कहना था कि परिवार के लोग इसी कब्रिस्तान में दफन होते आ रहे हैं। पुलिस ने दूसरे पक्ष को भी बुला लिया तथा मामला शांत कराया। बाद में पुलिस की मौजूदगी में दरगाह परिसर में ही मृतक को सुपुर्द- ए- खाक कराया गया। प्रभारी निरीक्षक ऋषिराम कठेरिया ने बताया दोनों पक्षों के बीच समझौता करा कर दफीना कराया गया है।